बिहार में पूरे पुलिस महकमा को शराब में झोंके जाने के बावजूद नही थम रही है अवैध शराब की बिक्री
By एस पी सिन्हा | Updated: December 20, 2021 20:13 IST2021-12-20T20:13:39+5:302021-12-20T20:13:39+5:30
राज्य में शराबबंदी कानून का सच यह है कि आज हर गली, मुहल्लों के साथ-साथ हर गांव में शराब की बिक्री की जा रही है।

बिहार में शराबबंदी कानून को और सख्ती से लागू कराने को लेकर नीतीश सरकार के द्वारा पूरे पुलिस विभाग को उसमें झोंक दिये जाने के बावजूद शराब की बिक्री थम नही रही है।
पटना: बिहार में शराबबंदी कानून को और सख्ती से लागू कराने को लेकर नीतीश सरकार के द्वारा पूरे पुलिस विभाग को उसमें झोंक दिये जाने के बावजूद शराब की बिक्री थम नही रही है। हालांकि सरकार लगातार प्रशासन के साथ बैठक कर रही है। हर दिन पुलिस व उत्पाद विभाग की टीम को कड़े निर्देश दिये जा रहे हैं कि किसी भी हालत में शराब धंधेबाज व शराबियों को पकडें।
राज्य में शराबबंदी कानून का सच यह है कि आज हर गली, मुहल्लों के साथ-साथ हर गांव में शराब की बिक्री की जा रही है। डिलिवरी ब्वॉय बगैरा किसी हिचक के शराब की आपूर्ति कर रहे हैं। सूत्रों की अगर मानें तो सरकार की सख्ती के बाद शराब की कीमत में ईजाफा हुआ है। इसके पीछे कारण यह बताया जा रहा है कि कट मनी और ज्यादा देना पड़ रहा है।
सूत्रों के अनुसार जमानत पर छूटे शराब तस्कर फिर से शराब धंधे में उतर गये हैं। शराब के बड़े माफिया जो अन्य राज्यों से शराब मंगवा रहे है। वे पटना के बाहर सबसे ज्यादा वैशाली के हैं। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पटना में अब तक हुई कार्रवाई में ज्यादातर डिलिवरी ब्वॉय व छोटे मोटे शराब तस्कर ही गिरफ्तार हुए हैं। जबकि बडे शराब माफिया, जो अन्य राज्यों से शराब मंगवाते हैं, वे पटना से बाहर हैं।
हालांकि पुलिस का कहना है कि इसको लेकर पुरी तैयारी की जा रही है। हर थाने में 100 से अधिक डिलिवरी ब्वॉय, 12 से अधिक नामजद फरार आरोपित और बड़े शराब माफियाओं की सूची बनाई जा रही है। लेकिन यह कितना कारगर होगा यह कहना मुश्किल है, कारण कि शराबबंदी कानून को लागू हुए पांच से ज्यादा के वक्त बीतने को हैं, बावजूद इसके शराबबंदी कानून पूरी तरह से सफल नही हो पाई है।
शायद यही कारण है कि विरोधी दलों के साथ-साथ सरकार की सहयोगी दलों के द्वारा इसपर सवाल उठाये जाते रहे हैं। इस बीच, शराबबंदी की समीक्षा को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के द्वारा दिये गये बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दो टूक जवाब दे दिया है कि बिहार में शराब असंभव है।
उन्होंने कहा कि सर्वसम्मति से कानून पारित हुआ है। फिर भी लोग बोलते हैं तो उनपर कोई प्रतिक्रिया व्यकत नहीं करेंगे। नीतीश कुमार ने कहा कि विधानसभा और विधान परिषद में भी सभी लोगों ने शपथ ली थी। पूरे बिहार में सबने शपथ ली थी। एनडीए की बैठक में भी हमने कहा कि सब लोग फिर से संकल्प लीजिए, सबने हाथ उठाकर संकल्प लिया।
अब उसी में से कोई कुछ बोलते हैं तो ये विचित्र बात है। अखबारों में तस्वीर छपी है। सब लोग हाथ उठाए हुए हैं। फिर भी कोई कुछ बोलता है तो हम इसपर कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं करेंगे।