संघर्ष शुरू करना भारत के मूल्यों के विरुद्ध, लेकिन चुनौतियों का सामना करने को हमेशा तैयार: राजनाथ
By भाषा | Updated: October 28, 2021 19:13 IST2021-10-28T19:13:22+5:302021-10-28T19:13:22+5:30

संघर्ष शुरू करना भारत के मूल्यों के विरुद्ध, लेकिन चुनौतियों का सामना करने को हमेशा तैयार: राजनाथ
पंचकूला, 28 अक्टूबर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोई भी संघर्ष शुरू करना शांतिप्रिय भारत के मूल्यों के विरुद्ध है लेकिन वह किसी भी चुनौती से निपटने के लिए हमेशा तैयार रहता है।
रक्षा मंत्री ने यहां टर्मिनल बैलिस्टिक रिसर्च लैबोरेटरी (टीबीआरएल) में यह बात कही जहां उन्होंने संवर्द्धित पर्यावरण परीक्षण केंद्र का उद्घाटन भी किया।
उन्होंने अपने संबोधन में कहा, ‘‘मित्रो, आप जानते हैं कि भारत हमेशा शांतिप्रिय देश रहा है और आज भी है। हमारी तरफ से किसी भी प्रकार के संघर्ष को शुरू करना हमारे मूल्यों के खिलाफ है।’’
सिंह ने कहा, ‘‘लेकिन यह भी उतना ही सही है कि अगर जरूरत पड़ी तो हमारा देश हर चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है।’’
रक्षा मंत्री ने कहा कि उन्हें बुधवार को सैन्य कमांडरों के सम्मेलन में देश के शीर्ष रक्षा अधिकारियों को संबोधित करने का अवसर मिला। उन्होंने कहा, ‘‘इस बारे में विचार-विमर्श हुआ कि समय कितनी तेजी से बदल रहा है। दुनिया के देशों के बीच परस्पर संबंधों, व्यापार, अर्थव्यवस्था, राजनीतिक और सुरक्षा संबंधी मामलों में यह बदलाव स्पष्ट देखा जा सकता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘वैज्ञानिक क्षमताओं और नये अविष्कारों में वृद्धि ने भी सुरक्षा पर बड़ा असर डाला है।’’
पूर्व राष्ट्रपति और वैज्ञानिक एपीजे अब्दुल कलाम को याद करते हुए सिंह ने कहा कि वह कहते थे, ‘‘इस दुनिया में डर के लिए कोई जगह नहीं है। केवल एक महाशक्ति दूसरी का सम्मान करती है।’’
सिंह ने कहा, ‘‘हम भारत को ऐसा मजबूत भारत बनाना चाहते हैं जो बड़ी से बड़ी महाशक्ति की आंखों में आंखें डालकर देख सके।
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