लाइव न्यूज़ :

संस्कृत बोलने से मधुमेह, कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित रहता है: लोकसभा में BJP सांसद गणेश सिंह

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: December 13, 2019 10:15 IST

लोकसभा में संस्कृत केंद्रीय विश्वविद्यालय विधेयक, 2019 पर बहस के दौरान सिंह ने कहा कि अगर कंप्यूटर प्रोग्रामिंग संस्कृत में की जाती है, तो इससे परिणाम और ज्यादा बेहतर हो सकता है। उन्होंने कहा कि ऐसा मैं नहीं बल्कि यह बात अमेरिकी अंतरिक्ष अनुसंधान एजेंसी नासा के रिसर्च में सामने आई है।

Open in App
ठळक मुद्देभाजपा सांसद गणेश सिंह ने गुरुवार को दावा किया कि संस्कृत भाषा को नियमित रूप से बोलने से तंत्रिका तंत्र को सक्रिय होता है।सिंह ने दावा किया कि कुछ इस्लामी भाषाओं सहित दुनिया की 97 प्रतिशत से अधिक भाषाएं संस्कृत की कोख से निकली है या संस्कृत पर आधारित हैं।

लोकसभा में संस्कृत केंद्रीय विश्वविद्यालय विधेयक, 2019 पर बहस के दौरान सिंह ने दावा किया कि अमेरिका के एक शैक्षणिक संस्थान के शोध से पता चलता है कि संस्कृत में बोलने से कई स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं।

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा सांसद गणेश सिंह ने गुरुवार को दावा किया कि संस्कृत भाषा को नियमित रूप से बोलने से तंत्रिका तंत्र को सक्रिय होता है और इससे मधुमेह और कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित रहता है।

लोकसभा में संस्कृत केंद्रीय विश्वविद्यालय विधेयक, 2019 पर बहस के दौरान सिंह ने दावा किया कि अमेरिका के एक अमेरिकी शैक्षणिक संस्थान द्वारा किए गए शोध के अनुसार, संस्कृत में बोलने से कई स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अगर कंप्यूटर प्रोग्रामिंग संस्कृत में की जाती है, तो इससे परिणाम और ज्यादा बेहतर हो सकता है। उन्होंने कहा कि ऐसा मैं नहीं बल्कि यह बात अमेरिकी अंतरिक्ष अनुसंधान एजेंसी नासा के रिसर्च में सामने आई है।

इसके अलावा, सिंह ने दावा किया कि कुछ इस्लामी भाषाओं सहित दुनिया की 97 प्रतिशत से अधिक भाषाएं संस्कृत की कोख से निकली है या संस्कृत पर आधारित हैं।

देश भर में वर्तमान में तीन डीम्ड संस्कृत विश्वविद्यालयों को परिवर्तित करके उसे संस्कृत केंद्रीय विश्वविद्यालयों की स्थापना की जाएगी। उन्होंने कहा कि ये तीन विश्वविद्यालय हैं: राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान व श्री लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विद्यापीठ (नई दिल्ली), और तिरुपति स्थित राष्ट्रीय संस्कृत विद्यापीठ।

केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल  निशंक ने कहा कि सरकार सभी भारतीय भाषाओं को मजबूत करना चाहती है, चाहे वह तमिल, हिंदी, कन्नड़ हो या फिर बंगाली हो।

उन्होंने कहा कि संस्कृत शास्त्र को "ज्ञान का खजाना" कहा जाता है जिसमें विज्ञान से लेकर अर्थशास्त्र तक सब कुछ शामिल है। मंत्री ने इसके आगे कहा कि यही वजह है कि हमारी सरकार चाहती है कि अगली पीढ़ी इन पुस्तकों का अध्ययन करे।

टॅग्स :मानव संसाधन विकास मंत्रालयभारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)रमेश पोखरियाल निशंक
Open in App

संबंधित खबरें

भारतक्यों खाली पड़े हैं शिक्षकों के दस लाख पद ?

भारतकौन होगा बीजेपी का अगला अध्यक्ष? इन तीन दावेदारों पर सबकी नजर...

भारतDelhi Polls: आज बीजेपी जारी करेगी संकल्प पत्र का पार्ट-3, केजरीवाल के 'फ्री स्कीम' की तरह किए वादे; पढ़ें पूरी लिस्ट

भारतDelhi Election 2025: प्रवेश वर्मा के खिलाफ AAP के आरोपों पर जांच के आदेश, दिल्ली पुलिस से EC लेगा रिपोर्ट

भारतNayab Singh Saini Oath Ceremony LIVE: नायब सिंह सैनी ने ली CM पद की शपथ, दूसरी बार बने हरियाणा के मुख्यमंत्री

भारत अधिक खबरें

भारतMahaparinirvan Diwas 2025: आज भी मिलिंद कॉलेज में संरक्षित है आंबेडकर की विरासत, जानें

भारतडॉ. आंबेडकर की पुण्यतिथि आज, पीएम मोदी समेत नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

भारतIndiGo Crisis: लगातार फ्लाइट्स कैंसिल कर रहा इंडिगो, फिर कैसे बुक हो रहे टिकट, जानें

भारतIndigo Crisis: इंडिगो की उड़ानें रद्द होने के बीच रेलवे का बड़ा फैसला, यात्रियों के लिए 37 ट्रेनों में 116 कोच जोड़े गए

भारतPutin Visit India: भारत का दौरा पूरा कर रूस लौटे पुतिन, जानें दो दिवसीय दौरे में क्या कुछ रहा खास