सोनिया गांधी समेत राहुल, प्रियंका ने भी नोटबंदी को बताया एक तुगलकी फरमान
By शीलेष शर्मा | Published: November 9, 2019 03:14 AM2019-11-09T03:14:44+5:302019-11-09T03:14:44+5:30
सोनिया ने भरोसा दिया कि देश कभी इस बड़ी गलती को भूलेगा नहीं भले ही मोदी सरकार अपनी जिम्मेदारियों से दूर भागे, बावजूद इसके देश के लोग मोदी और उनकी सरकार को ही जिम्मेदार मानते है.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने नोटबंदी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार पर तीखा हमला बोला और इसे एक तुगलकी फरमान बताया। उन्होंने पूछा कि आखिर मोदी और उनकी सरकार में बैठे मंत्री यह स्वीकार क्यों नहीं करते कि नोटबंदी एक गलत फैसला था. नोटबंदी ने लाखों को बेरोजगार किया, छोटे और मंझोले धंधे बंद हो गये, किसान की कमर टूटी और पूरे देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ इतनी कमजोर हो गयी कि देश के सामने अब गंभीर संकट है.
सोनिया ने भरोसा दिया कि देश कभी इस बड़ी गलती को भूलेगा नहीं भले ही मोदी सरकार अपनी जिम्मेदारियों से दूर भागे, बावजूद इसके देश के लोग मोदी और उनकी सरकार को ही जिम्मेदार मानते है.
सोनिया गांधी ने यह भी पूछा कि मोदी ने जो तीन कारण नोटबंदी के लिए गिनाये थे जिसमें काले धन को समाप्त करने, फर्जी मुद्रा का अंत और आतंकवादी और नक्सलियों पर नकेल कसने की बात शामिल थी क्या नोटबंदी से यह पूरी हुईं. केवल देश की जनता को लाइनों में खड़ा करने के अलावा क्या हासिल हुआ.
सोनिया ने कटाक्ष किया कि सरकार ने तो सर्वोच्च न्यायालय को तीन लाख करोड़ कालेधन वापसी की बात भी कही थी लेकिन लगता है कि मोदी सरकार सर्वोच्च न्यायालय से भी झूठ बोलने में गुरेज नहीं करती.
सोनिया के अलावा राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने भी ट्वीट कर नोटबंदी की कड़ी आलोचना की.
राहुल ने लिखा कि नोटबंदी के तीन साल हो गये आतंकी हमले जिसने भारतीय अर्थव्यवस्था की जड़ें हिला दी अनेक लोगों की जान चली गयी, बड़ी संख्या में उद्योग बंद हो गए और लाखों लोग बेरोजगार हुए , जो इस गलत फैसले के लिए जिम्मेदार है उनको सजा मिलनी चाहिए. प्रियंका गांधी ने लिखा सरकार और इसके नीम हकीमों द्वारा किए गए ‘नोटबंदी सारे बीमारियों का शर्तिया इलाज’ के सारे दावे एक-एक करके धराशाही हो गये. नोटबंदी एक आपदा थी जिसने हमारी अर्थव्यवस्था नष्ट कर दी, अब इस तुगलकी कदम की जिम्मेदारी कौन लेगा.
इन नेताओं के अलावा कांगे्रस के तमाम दूसरे नेताओं ने ट्वििट कर सरकार की आलोचना की वहीं पार्टी के युवक कांग्रेस कार्यक़र्ताओं ने दिल्ली के आरबीआई पर भारी प्रदर्शन कर अपना विरोध दर्ज कराया.