वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि वैश्विक स्तर पर कारोबार कर रही करीब 12 कंपनियों ने चीन से अपने प्रतिष्ठान भारत में लाने में रुचि दिखायी है।
उन्होंने कहा कि ये कंपनियां भारत में हाल में घोषित 15 प्रतिशत की आकर्षक कॉरपोरेट आयकर दर का फायदा उठाना चाहती हैं। वित्त मंत्री ने विनिर्माण क्षेत्र में नए निवेश पर कार्पोरेट कर की 15 प्रतिशत की प्रतिस्पर्धी दर की घोषणा कुछ समय पहले ही की है। संसद में कॉरपोरेट टैक्स को लेकर चर्चा जारी है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस मुद्दे पर बात रखी। सभी दल के सदस्य ने अपनी राय जाहिर की।
लोकसभा में वित्त मंत्री ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध को ध्यान में रखते हुए, इस संकेत के साथ कि इनमें से कई कॉरपोरेट और बहुराष्ट्रीय कंपनियां चीन से बाहर निकलना चाहती हैं। इस बीच कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि कभी-कभी लगता है कि आपको (निर्मला सीतारमण) नहीं निर्बला सीतारमण कहना ठीक होगा कि नहीं। आप मंत्री पद पर तो हैं लेकिन जो आपके मन में है वो कह पाती हैं या नहीं। आप(वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण) बिना किसी हिचक मनमोहन सिंह से बातचीत कीजिए। अगर देश को बचाना है तो मनमोहन सिंह से सलाह लेनी पड़ेगी।
हंगामे के बीच केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने लोकसभा में कहा कि मैं अधीर रंजन के बयान की निंदा करता हूं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी घुसपैठिया हैं। अगर कांग्रेस में कुछ भी समझ है तो वो माफी मांगे। नहीं तो मैं सोनिया और राहुल गांधी से मांग करूंगा कि वो अधीर रंजन के बयान पर माफी मांगे। वहीं अधीर रंजन ने कहा कि ये हमारी नेता सोनिया गांधी को घुसपैठिया कह रहे हैं। क्या कर रहे हैं आप (बीजेपी) लोग। अगर मेरा लीडर घुसपैठिया है तो आपका लीडर भी घुसपैठिया है।