नयी दिल्ली, सात जनवरी कश्मीर घाटी में जब इस सप्ताह भारी बर्फबारी के चलते आम जनजीवन प्रभावित था तब सेना के जवानों ने कुपवाड़ा में एक गर्भवती महिला को करीब दो किलोमीटर घुटने तक बर्फ में चलकर अस्पताल पहुंचाने में मदद की। यह जानकारी सूत्रों ने दी।
महिला ने बाद में करालपुरा अस्पताल में एक बच्चे को जन्म दिया।
सूत्रों ने बताया कि सूत्रों ने बताया कि कुपवाड़ा के करालपुरा में भारतीय सेना के कंपनी ऑपरेटिंग बेस (सीओबी) को मंगलवार की रात करीब 11.30 बजे फरकियां गांव निवासी मंजूर अहमद शेख की एक कॉल आयी।
शेख ने सेना को सूचित किया कि उनकी पत्नी को प्रसव पीड़ा हो रही है और उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाना पड़ेगा।
सूत्रों ने कहा कि जब कॉल आयी तो करीब 24 घंटे से लगातार बर्फबारी हो रही थी।
एक सूत्र ने कहा, ‘‘भारी बर्फबारी और खराब मौसम के कारण, न तो सामुदायिक स्वास्थ्य सेवा वाहन और न ही नागरिक परिवहन वाहन ही बर्फ से भरी सड़कों पर चल सकते थे।’’
स्थिति की गंभीरता और परिवार की मुश्किलों को समझते हुए सेना के जवान और करालपुरा में एक नर्सिंग सहायक कुछ चिकित्सीय चीजों के साथ समय पर उनके घर पहुंचे।
एक सूत्र ने कहा, ‘‘सैनिकों ने घुटने तक बर्फ में करीब दो किलोमीटर चलते हुए महिला और परिवार को उस जगह तक पहुंचाया जहां से उसे करालपुरा अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल पहुंचने पर, महिला को तुरंत चिकित्सकीय कर्मियों ने देखा। भारतीय सेना और नागरिक प्रशासन के बीच समन्वय के चलते अस्पताल में कर्मचारी पहले से तैयार थे।’’
सूत्रों ने कहा कि परिवार और नागरिक प्रशासन ने सेना इकाई को उसके मानवीय प्रयासों के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि एक स्वस्थ लड़के के जन्म के बाद उसके पिता सभी सैनिकों को मिठाई बांटने के लिए कंपनी ऑपरेशन बेस आए थे।
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