केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री और कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी का एक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में वह एक बीमार महिला की मदद करते हुए दिखाई दे रही हैं। समाचार एजेंसी एएनआई ने यह वीडियो ट्वीट किया है। करीब दो मिनट के इस वीडियो में स्मृति ईरानी अपने हाथ से बीमार महिला के लिए एंबुलेंस का दरवाजा खोलते हुए दिखाई दे रही हैं और उसके परिजनों से बात करते हुए भी।
एएनआई के मुताबिक, महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी के काफिले में शामिल एंबुलेस से बीमार महिला को अस्पताल भेजा गया। वीडियो में स्मृति ईरानी काफी सक्रिय और बीमार महिला के लिए फिक्रमंद नजर आ रही हैं। वीडियो में और भी कई लोग दिखाई दे रहे हैं जो संभवत: केंद्रीय मंत्री द्वारा की जा रही मदद के चश्मदीद बनने के लिए जमा हुए होंगे।
मौके पर पुलिस बल भी दिखाई दे रहा है। बीमार महिला अपने पैरों से चलने मे असमर्थ दिख रही हैं और उसे कुछ लोग सहारा देकर एंबुलेंस में बैठाने के लिए मदद करते दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में बातचीत में जो सुनाई दे रहा है उससे यह समझ में आया कि महिला को गौरीगंज के जिला अस्पताल में ले जाने की बात हो रही है।
ऐसा पहली दफा नहीं है जब स्मृति ईरानी ने मानवीय संवेदनाओं को ऊपर रखा हो, वह अक्सर लोगों के बीच देखी जाती हैं। अमेठी से चुनाव जीतने में लोगों से उनके इस जुड़ाव की बड़ी भूमिका रही।
बता दें कि शनिवार को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के साथ अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी पहुंची थीं। वह अमेठी के गांव बरौलिया गई थीं। इस गांव के पूर्व प्रधान और बीजेपी नेता सुरेंद्र सिंह की बीती 25 मई को हत्या कर दी गई थी और स्मृति ईरानी ने दिवंगत नेता की अर्थी को कंधा भी दिया था। पूर्व प्रधान के साथ गोवा के वर्तमान सीएम प्रमोद सावंत पांच वर्ष पहले एक कार्यकर्ता के तौर पर काम कर चुके हैं। यह बात उन्होंने ही गांव पहुंचकर मीडिया से कही और सुरेंद्र सिंह के साथ बिताए पलों को याद किया।
राजनीतिक पंडित मानते हैं कि 2014 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी से हारने के बाद भी स्मृति ईरानी जमीनी स्तर पर अमेठी में काम करती रहीं और लोगों के बीच दिखीं, जिसके दम पर 2019 के चुनाव में वह राहुल को वहां हरा पाईं।