नई दिल्ली: लोकसभा में आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एनडीए सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाते हुए बीजेपी सरकार को घेरा और भारत माता की हत्या का आरोप लगाया।
इन आरोपों पर पलटवार करते हुए सदन में केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद स्मृति ईरानी ने राहुल पर पलटवार किया। स्मृति ईरानी ने कहा, "भारत माता की हत्या की बात करने पर मेज नहीं थपथपाते, इन कांग्रेसियों ने भारत माता की हत्या वाले राहुल गांधी के बयान पर जोर-जोर से मेज थपथपाई है।"
जैसा कि राहुल गांधी ने कहा कि उनकी 'मां' की मणिपुर में हत्या कर दी गई है और एनडीए सरकार ने मणिपुर को विभाजित कर दिया है। इस पर स्मृति ईरानी ने कहा, "आप भारत नहीं हैं क्योंकि भारत भ्रष्ट नहीं है। भारत वंशवाद में नहीं बल्कि योग्यता में विश्वास करता है और आज सभी दिनों का है।"
आप जैसे लोगों को यह याद रखना होगा कि अंग्रेजों से क्या कहा गया था - भारत छोड़ो। भ्रष्टाचार भारत छोड़ो, वंशवाद भारत छोड़ो। योग्यता को अब भारत में जगह मिलती है..."
स्मृति ईरानी ने 1984 के दंगों, आपातकाल, गिरिजा टिक्कू की हत्या का जिक्र करते हुए कहा कि यह खून से लथपथ कांग्रेस का इतिहास है।
स्मृति ईरानी ने कहा कि आज हिंदुस्तानी होने के नाते कहती हूं कि मणिपुर खंडित नहीं है, विभाजित नहीं, मेरे देश का अंग है। मैं इनसे पूछती हूं कि इन्हीं के गठबंधन में एक सदस्य बैठे हैं जो तमिलानडु में कहते हैं कि भारत का मतलब मात्र उत्तर भारत है क्या भारत केवल उत्तर भारत है। अगर दम है तो अपने सहयोगी को मुंहतोड़ जवाब दें।
भाजपा सांसद ने सदन में राहुल गांधी पर बसरते हुए कहा कि अगर राहुल गांधी में हिम्मत है तो भारत पर इस तरह का कटाक्ष करने वाले इस नेता का खंडन करके बताएं। कांग्रेस नेता ने कोर्ट में जाकर कहा कि कश्मीर में जनमत संग्रह होना चाहिए।
कश्मीर में नहीं लगेगी 370
कश्मीर का जिक्र करते हुए स्मृति ईरानी ने कहा कि गिरिजा टिक्कू नाम की एक कश्मीरी पंडित के साथ कश्मीर में सामूहिक बलात्कार किया गया और बेरहमी से हत्या कर दी गई। जब इसे एक फिल्म में दिखाया गया तो कुछ कांग्रेसी नेताओं ने इसे प्रोपेगेंडा बताया। वही पार्टी नेता आज मणिपुर के बारे में बात कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आज सदन में कहा गया कि राहुल गांधी ने यात्रा की और आश्वासन दिया कि अगर उनका बस चले तो वे अनुच्छेद 370 को फिर से बहाल करेंगे। मैं उस व्यक्ति को बताना चाहती हूं कि न तो देश में धारा 370 बहाल होगी और न ही कश्मीरी पंडितों को "रालिब गालिब चलीब (धर्मांतरण, मरो या छोड़ो)" की धमकी देने वालों को बख्शा जाएगा।