"वंदे भारत ट्रेन में मार्च 2024 तक स्लीपर वैरिएंट की सुविधा", रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का बड़ा ऐलान
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: June 21, 2023 10:31 AM2023-06-21T10:31:49+5:302023-06-21T11:43:33+5:30
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का ऐलान मार्च 2024 तक वंदे भारत ट्रेन में उपलब्ध होंने स्लीपर वैरिएंट। इसके लिए चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) दिसंबर तक तैयार लेगा डिजाइन।
दिल्ली: ट्रेन से यात्रा करने वाले मुसाफिरों के लिए रेलवे की ओर बड़ी सौगात मिल सकती है। जी हां, भारतीय रेलवे की संचालित हाईस्पीड वंदे भारत ट्रेन चेयरकार के साथ-साथ स्लीपर कोच में मुहैया कराई जाएगी। रेलवे की ओर से इस जानकारी की घोषणा करते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि साल 2024 के मार्च में रेलवे वंदे भारत के ट्रेनों में स्लीपर वेरिएंट भी शुरू करेगा।
समाचार वेबसाइट द इकॉनोमिक टाइम्स के अनुसार रेल मंत्री वैष्णव ने कहा, "चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) इस साल के दिसंबर के अंत तक वंदे भारत ट्रेनों के लिए स्लीपर वैरिएंट का डिजाइन तैयार कर देगी और स्पीलर वैरिएंट में वंदे भारत की पहली कुछ ट्रेनें मार्च तक तैयार हो जाएंगी।"
इसके साथ ही रेल मंत्री ने यह भी कहा कि वर्तमान में लगभग 22 वंदे भारत ट्रेनें निर्धारित समय के अनुसार बनाई जा रही हैं। वंदे भारत की स्लीपर ट्रेनें होने से लंबी दूरी के यात्रियों को रात भर के सफर में आसानी होगी और स्लीपर वैरिएंट आने के बाद वंदे भारत के और लंबी दूरी की यात्रा में व्यस्त रहने की अनुमति देंगी।"
मालूम हो कि रेलवे की मौजूदा वंदे भारत ट्रेनों में केवल चेयरकार कोच है और इन ट्रे्नों का परिचालन केवल एक दिन में संचालित होता है। भारत की पहली वंदे भारत चेयर कार ट्रेन भी चेन्नई आईसीएफ में ही डिजाइन और निर्मित की गई थी। वंदे भारत की शुरूआत फरवरी 2019 में की गई थी।
इसने सबसे पहले नई दिल्ली से वाराणसी के अपने निर्धारित गंतव्य को पूरा किया था। इस ट्रेन की अधिकतम स्पीड 160 किमी प्रति घंटा है और इसे बढ़ाकर 220 किमी प्रति घंटे करने का लक्ष्य हैं। रेलवे शताब्दी ट्रेनों की तर्ज पर वंदे भारत को और उच्च सुविधाओं के साथ यात्रियों के सफर को बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयासरत है।