गोपेश्वर/उत्तरकाशी, एक अक्टूबर उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में स्थित माउंट त्रिशूल पर आरोहण के दौरान शुक्रवार तड़के हिमस्खलन की चपेट में आने से भारतीय नौसेना के पांच पर्वतारोही और एक पोर्टर लापता हो गए।
पर्वतारोहियों की खोज में उत्तरकाशी स्थित नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) का एक बचाव दल प्रधानाचार्य कर्नल अमित बिष्ट के नेतृत्व में घटनास्थल की ओर रवाना हो गया।
कर्नल बिष्ट के हवाले से निम द्वारा उत्तरकाशी में जारी एक बयान में कहा गया है कि भारतीय नौसेना की एडवेंचर विंग ने सुबह करीब 11 बजे राहत एवं बचाव के लिए निम के तलाश एवं बचाव दल से मदद मांगी थी।
उन्होंने बताया कि टीम जोशीमठ पहुंच गई है लेकिन मौसम खराब होने के कारण आगे नहीं बढ़ पा रही है। उन्होंने बताया कि मौसम ठीक होते ही राहत-बचाव कार्य शुरू कर दिया जाएगा। निम के अनुसार, अभियान में सेना, वायु सेना और राज्य आपदा प्रतिवादन बल के बचाव दल और हेलीकॉप्टर भी शामिल है।
नौसेना का 20 सदस्यीय पर्वतारोही दल करीब 15 दिन पहले 7,120 मीटर ऊंची त्रिशूल चोटी के आरोहण के लिए गया था। शुक्रवार सुबह करीब पांच बजे दल चोटी फतह करने के लिए आगे बढ़ा। इसी दौरान हिमस्खलन हुआ जिसकी चपेट में आकर नौसेना के पांच जवान पर्वतारोही और एक पोर्टर लापता हो गए।
माउंट त्रिशूल चमोली जिले की सीमा पर कुमांऊ के बागेश्वर जिले में है। तीन चोटियों का समूह होने के कारण इसे त्रिशूल कहते हैं।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।