कोरोना को लेकर जम्मू व श्रीनगर में हालात चिंताजनक, प्रदेश में कुल 1301 मौतों में से 520 इन्हीं दो जिलों में
By सुरेश एस डुग्गर | Published: October 3, 2020 04:15 PM2020-10-03T16:15:16+5:302020-10-03T16:15:16+5:30
कोरोना संक्रमण से 300 मौतें श्रीनगर में हुई हैं तथा 220 जम्मू जिले में हुई हैं। जबकि पूरे राज्य में कोरोना से 1301 मौतें हुई हैं।
जम्मू: 3 अक्तूबर। कोरोना को लेकर जम्मू कश्मीर में हालात बहुत ज्यादा चिंताजनक हो गए हैं। खासकर दोनों राजधानी शहरों- जम्मू व श्रीनगर में बढ़ते मौत के आंकड़े अब सबको डरा रहे हैं।
अभी तक प्रदेश में 1301 मौतें कोरोना के कारण समाचार भिजवाए जाने तक हो चुकी थीं। इनमें से सिर्फ 520 दोनों शहरों में ही हुई हैं।
परिस्थितियां तब और भयावाह हो जाती हैं जब इन दोनों शहरों में चिकित्सा सुविधा के अभाव में मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। ऐसे में अन्य जिलों और कस्बों में कोरोना से प्रभावित मरीजों की परेशानी बढ़ जाती है क्योंकि उनकी सोच में अगर जम्मू व श्रीनगर जैसे शहरों का यह हाल है तो उनके प्रति कौन देखभाल करेगा।
आंकड़े कहते हैं कि 300 मौतें श्रीनगर में हुई हैं तथा 220 जम्मू जिले में। सबसे कम रियासी में हुई हैं जहां 5 जानें गई हैं। इतना जरूर था कि कश्मीर वादी मौतों के मामले में सबसे ऊपर है जहां 10 जिलों में अभी तक 847 मौतें हो चुकी हैं। जबकि जम्मू संभाग में यह आंकड़ा 454 है। कश्मीर में सबसे कम मौतें गंदरबल में हुई हैं जबकि सबसे ज्यादा श्रीनगर में। यह आंकड़ा क्रमशः 300 और 28 का है।
इसी तरह से जम्मू संभाग में सबसे कम रियासी में 5 और जम्मू में सबसे अधिक 220 मौतें हुई हैं। इतना जरूर था कि मौतों के मामले में भी कश्मीर सबसे आगे था और कोरोना से संक्रमित होने वालों की संख्या में भी कश्मीर, जम्मू संभाग से आगे था। आधिकारिक आंकड़ों के बकौल, कश्मीर में 46687 मामले सामने आए हैं और जम्मू में यह संख्या 30566 थी।
कोरोना के बढ़ते मामलों के लिए अब चिकित्सा सुविधाओं की कमी को कारण बताया जा रहा है। जम्मू व श्रीनगर के अस्पतालों में आक्सीजन व वेंटिलेटरों की कमी को लेकर पिछले कई दिनों से हो हल्ला मच रहा है।
इस हो हल्ले की खास बात यह थी कि शोर मचने के बाद प्रशासन ने उन दर्जनों वेंटिलेटरों को अब स्टोर रूमों से बाहर निकालना आरंभ किया है जो वहां पिछले कई महीनों से धूल फांक रहे थे। पर आक्सीजन की कमी से अभी भी निपटा नहीं जा सका है जो कोरोना मरीजों की जानें ले रही है।