Sikkim Rajya Sabha Seat Election 2024: सिक्किम विधानसभा में बीजेपी के 12 विधायक, आखिर कैसे चुनाव में लेप्चा ने मारी बाजी, क्या है समीकरण
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 12, 2024 06:34 PM2024-01-12T18:34:28+5:302024-01-12T18:36:18+5:30
Sikkim Rajya Sabha Seat Election 2024: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार दोरजी शेरिंग लेप्चा ने निर्वाचन और सिक्किम विधानसभा के सचिव ललित कुमार गुरुंग से संसद के उच्च सदन के लिए अपने चुनाव का प्रमाण पत्र प्राप्त किया।
Sikkim Rajya Sabha Seat Election 2024: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार दोरजी शेरिंग लेप्चा ने सिक्किम में राज्यसभा की एकमात्र सीट निर्विरोध जीत ली है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि लेप्चा के नामांकन पत्रों की जांच करने और सही पाए जाने के बाद उन्हें निर्वाचित घोषित किया गया।
लेप्चा चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने वाले एकमात्र व्यक्ति थे। लेप्चा ने निर्वाचन और राज्य विधानसभा के सचिव ललित कुमार गुरुंग से संसद के उच्च सदन के लिए अपने चुनाव का प्रमाण पत्र प्राप्त किया। जब उन्हें प्रमाण पत्र सौंपा गया तो सहायक निर्वाचन अधिकारी कर्मा टी ग्यात्सो भूटिया और पर्यवेक्षक पेमा लादेन लामा भी उपस्थित थे।
लेप्चा की उम्मीदवारी को सत्तारूढ़ सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) का समर्थन प्राप्त था। लेप्चा पाक्योंग जिले की ग्नथांग माचोंग सीट से विधायक थे। लेप्चा पिछली सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (एसडीएफ) सरकार में मंत्री थे और उनके पास भवन एवं आवास और परिवहन जैसे विभाग थे।
सिक्किम की 32 सदस्यीय विधानसभा में एसकेएम के 19, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 12 और एसडीएफ के एक सदस्य हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में एसकेएम सत्ता में आई थी। उस चुनाव में भाजपा ने कोई सीट नहीं जीती थी। लेप्चा एसडीएफ के नौ विधायकों के साथ भाजपा में शामिल हो गए, जिससे वह रातों-रात विधानसभा में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गई।
बाद में, भाजपा ने दो सीटों पर हुए उपचुनाव में जीत हासिल की, जिससे पार्टी की सीटों की संख्या 12 हो गई। लेप्चा के राज्यसभा में निर्वाचन को भाजपा को सिक्किम में प्रमुख पार्टी बनने में मदद करने के लिए पुरस्कार माना जा रहा है। वह राज्यसभा में सिक्किम का प्रतिनिधित्व करने वाले किसी राष्ट्रीय पार्टी के दूसरे सांसद होंगे। कांग्रेस नेता कर्मा टोपडेन ने 1988 से 1994 तक सदन में राज्य का प्रतिनिधित्व किया था।