Sikkim flash floods: 14 लोगों की मौत और 23 सैन्यकर्मियों समेत 102 लोग लापता, 3000 से अधिक पर्यटक फंसे, हेल्पलाइन नंबर जारी, देखें वीडियो
By सतीश कुमार सिंह | Published: October 5, 2023 12:20 PM2023-10-05T12:20:54+5:302023-10-05T12:22:14+5:30
Sikkim flash floods: उत्तरी सिक्किम में ल्होनक झील पर बादल फटने से तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आने के कारण 14 लोगों की मौत हो गई और 23 सैन्यकर्मियों समेत 102 लोग लापता हो गए। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
Sikkim flash floods: सिक्किम में हालात खराब हो गया है। सिक्किम में अचानक आई बाढ़ में कम से कम 14 लोग मारे गए और 23 सैन्यकर्मियों समेत 102 लोग लापता हो गए। मंगन जिले के चुंगथांग से लोग लापता हैं। गंगटोक जिले में डिकचू, सिंगतम और पाकयोंग जिले में हाल खराब हैं। प्राकृतिक आपदा से 20,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।
#WATCH | Sikkim flash floods | 16 houses damaged, more than 100 people taken to a relief camp in a nearby government school in Dikchu of Mangan District. Search and rescue operation is underway. pic.twitter.com/VBg3P8FGuW
— ANI (@ANI) October 5, 2023
राज्य के विभिन्न हिस्सों में 3000 से अधिक पर्यटकों के फंसे होने की आशंका है। चुंगथांग में तीस्ता स्टेज 3 बांध में काम करने वाले करीब 12-14 मजदूर अभी भी बांध की सुरंगों में फंसे हुए हैं। इस बीच, भारतीय सेना ने सिक्किम में सैनिकों सहित लापता लोगों के परिवारों के लिए तीन हेल्पलाइन शुरू कीं। लापता 23 सैन्यकर्मियों में से एक को बचा लिया गया, जबकि बाकी अभी भी लापता हैं।
सिक्किम पुलिस की हेल्पलाइन: 03592-202892 - लैंडलाइन 03592-221152 - लैंडलाइन 8001763383 - मोबाइल 03592-202042 - फैक्स या आपातकालीन सहायता के लिए '112' पर कॉल करें।
#Sikkim Police helpline for disaster caused by flash floods:
— All India Radio News (@airnewsalerts) October 5, 2023
03592-202892 - Landline
03592-221152 - Landline
8001763383 - Mobile
03592-202042 - Fax
Or call '112' for emergency assistance. pic.twitter.com/mofUOxZ9Tk
सिक्किम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसएसडीएमए) ने बुलेटिन में बताया कि बुधवार को आई आपदा के बाद से अब तक 2,011 लोगों को बचाया गया है जबकि 22,034 लोग इससे प्रभावित हुए हैं। इसमें बताया गया कि राज्य सरकार ने आपदा से प्रभावित चार जिलों में 26 राहत शिविर स्थापित किए हैं।
गंगटोक जिले के आठ राहत शिविरों में कुल 1,025 लोगों ने शरण ली है जबकि 18 अन्य राहत शिविरों में रह रहे लोगों के आंकड़ें अभी उपलब्ध नहीं हुए हैं। उत्तरी सिक्किम में ल्होनक झील में बादल फटने से तीस्ता नदी में अचानक आई बाढ़ के कारण भारी मात्रा में जल जमा हो गया जो चुंगथांग बांध की ओर बह निकला।
Flash Flood Alert Issued In #Sikkim After Cloudburst pic.twitter.com/fFt9YXLvVH
— NDTV (@ndtv) October 4, 2023
जल के तेज बहाव ने बिजली संयंत्र के बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया और निचले इलाकों में बसे शहरों और गांवों में बाढ़ आ गई। बाढ़ से राज्य में 11 पुल बह गए जिसमें अकेले मंगन जिले के आठ पुल भी शामिल हैं। वहीं, नामचि में दो और गंगटोक में एक पुल बह गया। राज्य के चार प्रभावित जिलों में पानी की पाइपलाइन, सीवर लाइनें और कच्चे एवं पक्के 277 घर क्षतिग्रस्त हो गए।
चुंगथांग शहर में बाढ़ से सबसे अधिक नुकसान हुआ है जिसमें इसका 80 प्रतिशत हिस्सा बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। राज्य के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण राजमार्ग संख्या-10 के कई हिस्सों को भी क्षति पहुंची है। एसएसडीएमए के अनुसार, पाकयोंग जिले में सात लोगों की मौत हुई है जबकि मंगन में चार और गंगटोक में तीन लोगों ने अपनी जान गंवा दी।
Very scary visuals coming in from Sikkim after a flash flood occurred in the Teesta river in Lachen valley caused due to a sudden cloud burst over Lhonak Lake in north Sikkim. pic.twitter.com/rd74qS32uQ
— Nistula Hebbar (@nistula) October 4, 2023
आपदा में लापता 102 लोगों में से 59 लोग पाकयोंग से हैं जिसमें सैन्यकर्मी भी शामिल हैं। वहीं, गंगटोक से 22, मंगन से 16 और नामचि से पांच लोग लापता हैं। एसएसडीएमए ने बताया कि इस दौरान कुल 26 लोग घायल हुए हैं। रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र रावत ने बताया कि सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) चुंगथांग और मंगन में बचाव कार्यों में राज्य की मदद कर रहा है जहां चार महत्वपूर्ण पुल बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
उन्होंने कहा,''बीआरओ ने भारी बारिश और बेहद खराब मौसम के बीच 200 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।'' प्रवक्ता ने कहा,''लापता सैन्यकर्मियों के लिए राहत एवं बचाव अभियान जारी हैं।'' मंगन जिले में इस आपदा से लगभग 10,000 लोग प्रभावित हुए हैं जबकि पाकयोंग में 6,895, नामचि में 2,579 और गंगटोक में 2,570 लोग प्रभावित हुए हैं।