भगवान हनुमान का जाति प्रमाणपत्र देने के लिए शिवपाल ने किया आवेदन
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: December 8, 2018 02:46 PM2018-12-08T14:46:04+5:302018-12-08T14:46:04+5:30
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगवान हनुमान को जाति की राजनीति में घसीटा है, इसलिए हम उनका जाति प्रमाणपत्र चाहते हैं.'
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा भगवान हनुमान को 'दलित' बताए जाने को लेकर उठे विवाद के बीच वरिष्ठ समाजवादी नेता शिवपाल सिंह यादव की अगुवाई वाली प्रगतिशील समाजवादी पार्टी-लोहिया (प्रसपा) ने वाराणसी जिला प्रशासन से इन आराध्य का 'जाति प्रमाणपत्र' जारी करने के लिए आवेदन किया है.
प्रसपा ने भगवान हनुमान को दलित बताए जाने को लेकर उत्पन्न विवाद के मैदान में उतरने के लिए यह अनोखा तरीका अपनाया है. पार्टी की युवा शाखा के जिलाध्यक्ष हरीश मिश्र ने बताया ''हमने वाराणसी जिला कलेक्टर कार्यालय से भगवान हनुमान का जाति प्रमाणपत्र जारी करवाने के लिए आवेदन किया है.
चूंकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगवान हनुमान को जाति की राजनीति में घसीटा है, इसलिए हम उनका जाति प्रमाणपत्र चाहते हैं.'' उन्होंने कहा कि अगर जिला प्रशासन उन्हें एक हफ्ते के अंदर यह प्रमाणपत्र नहीं देता है तो वह धरना देंगे. जाति प्रमाणपत्र के लिए प्रस्तुत आवेदन में भगवान हनुमान की तस्वीर चिपकायी गई है.
उनके पिता के नाम की जगह महाराज केसरी और माता के स्थान पर अंजना देवी लिखा है. पते के स्थान पर प्रसिद्ध संकटमोचन मंदिर का नाम लिखा है, वहीं जाति के स्थान पर दलित शब्द का जिक्र है. इसके अलावा उम्र के कॉलम में 'अनंत' लिखा गया है. उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हाल में एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह भगवान हनुमान को 'दलित और वंचित' बताते दिख रहे हैं. इसे लेकर वह विपक्षी दलों के निशाने पर हैं.