Maha Political Crisis: 'गुवाहाटी में बैठे लोगों' पर संजय राउत ने साधा निशाना, कहा- उनके जैसे नहीं हैं हम
By मनाली रस्तोगी | Published: June 27, 2022 11:13 AM2022-06-27T11:13:50+5:302022-06-27T11:15:34+5:30
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि मैंने गुलाबराव पाटिल के भाषण का एक वीडियो ट्वीट किया जिसमें वह उन लोगों के बारे में बात कर रहे हैं जो अपने पिता को बदलते हैं। मेरा ट्वीट गुवाहाटी में बैठे लोगों के लिए है। पाटिल ने अपने भाषण में कहा कि लोग खाते-पीते हैं और पार्टी के साथ मौज-मस्ती करते हैं और फिर अपने पिता को बदल लेते हैं, हम उनके जैसे नहीं हैं।
मुंबई: महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार के खिलाफ बगावत करते हुए असंतुष्ट विधायक मुंबई से लगभग 2,700 किलोमीटर दूर गुवाहाटी में 22 जून से डेरा डाले हुए हैं। ऐसे में राज्य में राजनीतिक संकट की स्थिति बनी हुई है। इस बीच एमवीए और एकनाथ शिंदे के खेमे के बीच लगातार बयानबाजी जारी है। इसी क्रम में शिवसेना नेता संजय राउत भी लगातार शिंदे खेमे पर तीखा प्रहार करते हुए नजर आ रहे हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, अब राउत का कहना है कि मैंने गुलाबराव पाटिल के भाषण का एक वीडियो ट्वीट किया जिसमें वह उन लोगों के बारे में बात कर रहे हैं जो अपने पिता को बदलते हैं। मेरा ट्वीट गुवाहाटी में बैठे लोगों के लिए है। पाटिल ने अपने भाषण में कहा कि लोग खाते-पीते हैं और पार्टी के साथ मौज-मस्ती करते हैं और फिर अपने पिता को बदल लेते हैं, हम उनके जैसे नहीं हैं।
I will repeat it, "those who stay in a party for 40 years and then run away, their souls are dead, they do not have anything left in them", these are the lines said by Dr Ram Manohar Lohia. I didn't want to hurt anyone's sentiment, I just said the truth: Shiv Sena's Sanjay Raut pic.twitter.com/YYmKNcdoud
— ANI (@ANI) June 27, 2022
अपनी बात को जारी रखते हुए संजय राउत ने कहा कि मैं इसे दोहराता हूं "जो 40 साल तक एक पार्टी में रहते हैं और फिर भाग जाते हैं, उनकी आत्मा मर जाती है, उनके पास कुछ भी नहीं बचा है" ये डॉ राम मनोहर लोहिया द्वारा कही गई पंक्तियां हैं। मैं किसी की भावना को ठेस नहीं पहुंचाना चाहता था, मैंने सिर्फ सच कहा। बता दें कि महाराष्ट्र के मंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के बागी विधायकों के एक समूह को 21 जून को मुंबई से सूरत और फिर अगले दिन गुवाहाटी ले जाया गया था। तब से असंतुष्ट विधायकों के साथ कई निजी उड़ानें एलजीबीआई हवाई अड्डे पर उतरी हैं।