रविशंकर प्रसाद ही नहीं शशि थरूर का अकाउंट भी ट्विटर ने किया था बंद, अब संसद की स्थायी समिति मांगेगी स्पष्टीकरण
By अभिषेक पारीक | Updated: June 25, 2021 22:09 IST2021-06-25T21:59:01+5:302021-06-25T22:09:57+5:30
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने ट्विटर की ओर से केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद का अकाउंट कुछ देर के लिए बंद किए जाने के बाद कहा कि उनके साथ भी ऐसा हुआ और अब संसद की स्थायी समिति स्पष्टीकरण मांगेगी।

शशि थरूर। (फाइल फोटो )
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने ट्विटर की ओर से केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद का अकाउंट कुछ देर के लिए बंद किए जाने के बाद शुक्रवार को कहा कि उनके साथ भी ऐसा हुआ और अब संसद की स्थायी समिति इस माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर से स्पष्टीकरण मांगेगी। दरअसल, प्रसाद ने ट्वीट कर अपने अकाउंट को अस्थायी रूप से बंद किए जाने की जानकारी दी।
उन्होंने कहा, 'दोस्तो! आज कुछ बहुत ही अनूठा हुआ। ट्विटर ने संयुक्त राज्य अमेरिका के डिजिटल मिलेनियम कॉपीराइट अधिनियम (डीएमसीए) के कथित उल्लंघन के आधार पर लगभग एक घंटे तक मेरे अकाउंट तक पहुंच को रोका और बाद में उन्होंने मुझे अकाउंट के उपयोग की अनुमति दी।'
प्रसाद के इस ट्वीट को रिट्वीट करते हुए सूचना प्रौद्योगिकी मामलों संबंधी स्थायी समिति के प्रमुख थरूर ने कहा, 'रवि जी, मेरे साथ भी यही हुआ। स्पष्ट रूप से डीएमसीए अति सक्रिय हो रहा है।' कांग्रेस सांसद के मुताबिक, ट्विटर ने उनके एक ट्वीट को डिलीट कर दिया क्योंकि इससे किसी जमाने में मशहूर रहे वोकल ग्रुप (संगीत समूह) 'बोनी एम' के गाने ‘रासपुतिन’ से संबंधित कॉपीराइट का मामला जुड़ा था।
Raviji, the same thing just happened to me. Clearly DMCA is getting hyperactive. This tweet has been deleted by @Twitter because its video includes the copyrighted BoneyM song"Rasputin": https://t.co/ClgP2OKV1o#DanceIsNotJihadpic.twitter.com/IqQD50WhaU
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) June 25, 2021
After process, a/c unlocked. https://t.co/TCeT8aGxV6
अकाउंट फिर से शुरू कर दिया गया
थरूर ने कहा कि एक पूरी प्रक्रिया के बाद उनका अकाउंट फिर से शुरू कर दिया गया। उन्होंने कहा, 'सूचना प्रौद्योगिकी संबंधी स्थायी समिति के प्रमुख के तौर पर मैं यह कह सकता हूं कि हम ट्विटर-इंडिया से प्रसाद और मेरे अकांउट पर रोक लगाने को लेकर स्पष्टीकरण मांगेंगे। उससे यह भी जवाब मांगा जाएगा कि भारत में कारोबार करते हुए वह किन नियमों एवं प्रक्रियाओं का पालन करती है।'