नई दिल्ली: महाराष्ट्र की बड़ी पार्टी एनसीपी में टूट के बाद एनसीपी प्रमुख शरद पवार और अजित पवार आमने-सामने आ गए हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार ने अजित पवार पर पलटवार करते हुए कहा, "मैं चाहे 82 का हो जाऊं या 92 का हो जाऊं मेरी प्रभावशीलता अपरिवर्तित रहेगी।"
दिल्ली में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद शरद पवार ने अपने भतीजे अजीत पवार की हाल की टिप्पणियों का जवाब देते हुए कहा कि आज की बैठक ने हमारा मनोबल बढ़ाने में मदद की...मैं एनसीपी का अध्यक्ष हूं। अब हमें जो कहना होगा हम भारत चुनाव आयोग के सामने कहेंगे।
दरअसल, हाल ही में अजित पवार ने अपने चाचा शरद पवार पर निशाना साधते हुए कहा कि 2014 में बहुमत विधायकों का समर्थन होने के बावजूद महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री बनने का मौका चूकने का कारण शरद पवार की 82 साल की उम्र को जिम्मेदार ठहराया जबकि उन्हें कई विधायकों का समर्थन प्राप्त था।
महाराष्ट्र में एनसीपी से अलग होने के बाद अजित पवार और उनके समर्थक एनसीपी का चुनाव चिन्ह लेने का दावा ठोक रहे हैं। वहीं, शरद पवार ने एनसीपी को अपना बताया है। जानकारी के अनुसार, अजित पवार एनसीपी का चुनाव चिन्ह पाने के लिए चुनाव आयोग में अर्जी भी दे चुके हैं।
गौरतलब है कि आज दोनों एनसीपी गुटों के नेताओं ने अपने समर्थकों के साथ शक्ति प्रदर्शन करते हुए बैठक की और समर्थकों का हौसला बुलंद किया। इस दौरान अजित पवार ने खुलकर शरद पवार पर हमला बोला।
अजित पवार ने कहा कि 2004 में कांग्रेस से अधिक विधायक होने के बावजूद एनसीपी ने सीएम पद का मौका खो दिया था। उन्होंने कहा कि मैं चुप बैठा तो लोग समझेंगे मुझमें ही खोट है। शरद पवार हमारे देवता हैं हम उनका आशीर्वाद चाहते हैं।
बता दें कि रविवार को एनसीपी के वरिष्ठ नेता अजित पवार के राज्य के उप मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद से ही महाराष्ट्र की राजनीति गरमा गई है।
अजित पवार 8 अन्य विधायकों के साथ एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार में शामिल हो गए और उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी पर नियंत्रण का दावा किया है।