शाहजहांपुर बॉर्डर : एक साल बाद घर-गांव को रवानगी लेंगे किसान

By भाषा | Updated: December 9, 2021 22:16 IST2021-12-09T22:16:52+5:302021-12-09T22:16:52+5:30

Shahjahanpur Border: After a year, farmers will send from village to village | शाहजहांपुर बॉर्डर : एक साल बाद घर-गांव को रवानगी लेंगे किसान

शाहजहांपुर बॉर्डर : एक साल बाद घर-गांव को रवानगी लेंगे किसान

जयपुर, नौ दिसंबर राजस्थान-हरियाणा सीमा के शाहजहांपुर बॉर्डर पर पिछले एक साल से बैठे किसान शुक्रवार को अपना आंदोलन औपचारिक रूप से समाप्त करेंगे और जयपुर को दिल्ली से जोड़ने वाला यह प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्ग यातायात परिवहन के लिए पूरी तरह से खुल जाएगा। वहीं किसान नेताओं ने कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन व इसकी परिणति को ऐतिहासिक बताया है। किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष राजाराम मील ने कहा, ‘‘किसान आंदोलन को ऐतिहासिक जीत हासिल हुई है।’’

शाहजहांपुर बॉर्डर पर साल पर भर से जमे किसान शुक्रवार को अपने गांव घरों को रवानगी लेंगे। किसान सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमराराम ने कहा, ‘‘शुक्रवार 11 बजे आंदोलन औपचारिक रूप से समाप्त कर देंगे।’’ उन्होंने कहा कि किसान शाहजहांपुर से विजय यात्रा के साथ अपने अपने गांवों को लौटेंगे।

उल्लेखनीय है कि जयपुर दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग राजस्थान-हरियाणा सीमा से सटे अलवर जिले के शाहजहांपुर कस्बे से होकर गुजरता है। एक साल पहले जब केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन शुरू हुआ तो शाहजहांपुर बॉर्डर आंदोलन का बड़ा केंद्र बन गया। आंदोलनकारी किसानों ने यहां डेरा लगा दिया। तब से जयपुर— दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग एकतरफा बंद था और वहां आंदोलनकारी किसानों के तंबू लगे हुए थे। जयपुर से दिल्ली जाने वाले वाहनों को कई किलोमीटर गांवों से होते हुए निकलना पड़ता था। हालांकि दिल्ली से जयपुर मार्ग पर यातायात इस दौरान जारी रहा।

अमराराम ने कहा कि आठ दिसंबर 2020 को इस बॉर्डर पर किसानों का पड़ाव हुआ और इसको पूरा एक साल हो चुका है।

उल्लेखनीय है कि आंदोलनरत 40 किसान संगठनों का नेतृत्व कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने तीन कृषि कानूनों के खिलाफ एक साल से अधिक समय से जारी प्रदर्शन को स्थगित करने का फैसला करते हुए बृहस्पतिवार को घोषणा की कि किसान 11 दिसंबर को दिल्ली की सीमाओं वाले विरोध स्थलों से घर लौट जाएंगे।

इस आंदोलन में लंबे समय से शाहजहांपुर बॉर्डर पर जमे रहे भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष राजाराम मील ने किसान आंदोलन की परिणति को ऐतिहासिक जीत बताया। उन्होंने कहा, ‘‘किसान आंदोलन को ऐतिहासिक जीत हुई है।’’

इस जीत पर किसान यूनियन शुक्रवार को जयपुर में विजय जुलूस निकालेगी।

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Web Title: Shahjahanpur Border: After a year, farmers will send from village to village

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