अकाली दल के वरिष्ठ नेता रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा का निधन, पीजीआई चंडीगढ़ में ली अंतिम सांस
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 13, 2022 03:46 PM2022-12-13T15:46:45+5:302022-12-13T15:47:18+5:30
पंजाब के सीनियर अकाली दल के नेता रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा ने मंगलवार सुबह आखिरी सांस ली। दिल का दौरा पड़ने के बाद उन्हें PGI में दाखिल करवाया गया था।
चंडीगढ़: अकाली दल के वररिष्ठ नेता का मंगलवार सुबह निधन हो गया है। वह पिछले 3 दिनों से चंडीगढ़ पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च में भर्ती थे, जहां उन्होंने आंतिम सांस ली। उनका का दाह-संस्कार उनके पैतृक गांव ब्रह्मपुरा में बुधवार दोहपर 2 बजे किया जाएगा।
अकाली दल प्रमुख बादल, पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने ब्रह्मपुरा के निधन पर दुख व्यक्त किया।
शिरोमणि अकाली दल के महासचिव बिक्रम सिंह मजीठिया ने ट्विट कर कहा, "जत्थेदार रंजीत एस. ब्रह्मपुरा जी के निधन से शिरोमणि अकाली दल को बहुत बड़ा नुकसान हुआ है। जत्थेदार साब निरंतर शक्ति और प्रेरणा के स्रोत थे। उनकी अनुपस्थिति दुखदायी होगी।" मैं इस दुखद अवसर पर रविंदर एस. ब्रह्मपुरा और पूरे परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।"
बता दें ब्रह्मपुरा को हाल ही में शिरोमणि अकाली दल का संरक्षक नियुक्त किया गया था। उन्होंने अपना राजनीतिक करियर सरपंच चुनावों से शुरू किया था। इस दौरान वह 4 बार विधायक, दो बार कैबिनेट मिनिस्टर और एक बार सांसद चुने गए। 1997-2002 वह पंजाब सरकार के तहत कैबिनेट मंत्री के पद पर रहे।1997 से 2012 तक रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा निर्वाचन क्षेत्र से लगातार तीन बार विधायक चुने गये। रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा निर्वाचन क्षेत्र से पंजाब विधानसभा के सदस्य चुने गये और 1980 तक उन्होंने अपना पहला टर्म पूरा किया। 2007-2012 वह पंजाब सरकार के तहत कैबिनेट मंत्री के पद पर रहे। सितंबर 2014 में उन्हें लोकसभा में शिरोमणि अकाली दल पार्टी के नेता के रूप में नियुक्त किया गया था। साथ ही 14 अगस्त 2014 से 30 अप्रैल 2016 तक वह लोक लेखा समिति के सदस्य रहे। खडूर साहिब निर्वाचन क्षेत्र, पंजाब से कांग्रेस पार्टी के हरमिंदर सिंह गिल को हराने के बाद उन्हें 16वीं लोकसभा के लिए चुना गया।