जम्मू-कश्मीरः फायरिंग करने वाले आंतकियों को खोजने के लिए सुरक्षाबलों ने शुरू किया सर्च ऑपरेशन
By रामदीप मिश्रा | Updated: May 16, 2018 15:38 IST2018-05-16T15:38:04+5:302018-05-16T15:38:04+5:30
2017 में सुरक्षाबलों ने घाटी में 206 आतंकियों को ढेर किया है। साथ ही 75 युवाओं को वापस मुख्यधारा में लाकर खड़ा किया है।

जम्मू-कश्मीरः फायरिंग करने वाले आंतकियों को खोजने के लिए सुरक्षाबलों ने शुरू किया सर्च ऑपरेशन
श्रीनगर, 16 मईः जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के त्राल में बुधवार को आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों के ऊपर फायरिंग कर दी, जिसके बाद सुरक्षाबलों ने वन्य क्षेत्र होने के चलते सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया। बताया जा रहा है कि पूरे इलाके की आवाजाही रोक दी गई और फायरिंग कर भागे आतंकियों की तलाश की जा रही है। हालांकि खबर लिखे जाने तक इस संबंध में संपूर्ण जानकारी नहीं मिल सकी है।
#JammuAndKashmir: Terrorists fired upon 42 Rashtriya Rifles patrolling party in Tral's Shikargah. Area being cordoned off. More details awaited. pic.twitter.com/1icBjRZ6wA
— ANI (@ANI) May 16, 2018
इधर, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने बुधवार को जम्मू कश्मीर के सांबा जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर घुसपैठ का प्रयास नाकाम कर दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे से पहले राज्य में हाई अलर्ट जारी है। मोदी 19 मई को राज्य के दौरे पर आ रहे हैं।
बीएसएफ, जम्मू फ्रंटियर के महानिरीक्षक राम अवतार ने कहा कि बुधवार को घुसपैठ का प्रयास हुआ, लेकिन इसे नाकाम कर दिया गया। घुसपैठियों के एक समूह ने बोबियां क्षेत्र में घनी हरियाली का फायदा उठाते हुए भारतीय सीमा में घुसने का प्रयास किया।
अवतार ने कहा कि दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी हुई जिसके बाद घुसपैठिए फरार हो गए। बीएसएफ द्वारा अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बीते चार दिन में यह चौथा मौका है जब घुसपैठ के प्रयास को नाकाम किया गया।
वहीं, कठुआ जिले में सोमवार सीमा पर संदिग्ध आतंकवादियों की गतिविधियों का पता चलने के बाद जम्मू क्षेत्र में हाई अलर्ट जारी किया गया था, जिसके बाद से सुरक्षाबल पीएम मोदी के दौरे को लेकर खासी सतर्कता बरत रहे हैं।
आपको बता दें, 2017 में सुरक्षाबलों ने घाटी में 206 आतंकियों को ढेर किया है। साथ ही 75 युवाओं को वापस मुख्यधारा में लाकर खड़ा किया है। ये वो युवक थे, जो या तो आतंक के साथ जुड़ चुके थे या फिर जुड़ने वाले थे। सीजफायर उल्लंघन और आतंकियों से मुठभेड़ में भी जवानों की शहादत बढ़ी है। जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों को खत्म करने के लिए सेना हर तरह का प्रयास कर रही है।