बिहारः विधानमंडल का शीतकालीन सत्र दूसरे दिन भी चढ़ा हंगामे की भेंट, विपक्ष भड़का
By एस पी सिन्हा | Published: November 27, 2018 04:34 PM2018-11-27T16:34:22+5:302018-11-27T16:34:22+5:30
बिहार सदन की कार्यवाही बुधवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। इससे पहले जब मंगलवार को शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन कार्यवाही शुरू हुई राजद, कांग्रेस और वामपंथी दल के विधायकों के हंगामा शुरू कर दिया था।
बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के आज दूसरे दिन विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। हंगामे के बीच विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार चौधीरी ने सदस्यों को समझाने और शांत कराने की कोशिश की, लेकिन विपक्षी दलों ने उनकी एक नहीं सुनी। इसके बाद सदन की की कार्यवाही स्थगित कर दिया गया। मंगलवार (27 नवंबर) सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने दोनों पाली में हंगामा किया। वहीं, सदन के बाहर राजद और कांग्रेस नेताओं ने नारेबाजी की। इस दौरान राजद ने कार्यस्थगन का प्रस्ताव भी दिया है।
विपक्षी नेताओं ने सीतामढ़ी की घटना को लेकर नारेबाजी करते हुए विरोध किया है। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही उप मुख्यमंत्री ने जैसे बोलना शुरू किया विपक्ष के सदस्य भड़क गए और हंगामा करने लगे। वहीं, भारी हंगामे के बीच बिहार विधानसभा में माल और सेवा कर बिल पेश किया गया। बिल सूबे के वित्त मंत्री सुशील मोदी ने पेश किया।
हंगामे के बीच विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने सदस्यों को समझाने और शांत कराने की कोशिश की, लेकिन विपक्षी दलों ने उनकी एक नहीं सुनी। विपक्ष का कहना था कि कार्यस्थगन प्रस्ताव पर जब तक सरकार चर्चा के लिए तैयार नहीं होती कार्यवाही नहीं चलने देंगे। भारी हंगामा देख विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने विधानसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी।
सदन की कार्यवाही बुधवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। इससे पहले जब मंगलवार को शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन कार्यवाही शुरू हुई राजद, कांग्रेस और वामपंथी दल के विधायकों के हंगामा शुरू कर दिया था। जिसके बाद सदन की कार्यवाही पहले दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई थी।
विपक्षी दलों ने कानून व्यवस्था के मुद्दे पर सदन में हंगामा करते हुए प्रस्ताव पेश किया था। प्रस्ताव नामंजूर होने पर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि सरकार सवालों से भाग रही है। इस दौरान विपक्ष के एक नेता ने बताया कि पिछले महीने 20 अक्टूबर को सीतामढ़ी में दुर्गा विसर्जन के दौरान हुए सांप्रदायिक दंगे के आरोपियों को फांसी देने की मांग कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार इस मामले में आरोपियों पर कार्रवाई ना करते हुए दंगाइयों को बचाने के लिये मामले पर पर्दा डालने की कोशिश कर रही है। जबकि, दूसरे पाली में भी विपक्ष के सदस्यों ने जमकर हंगामा किया, जिसके चलते सदन की कार्यवाही बुधवार तक के लिए स्थगित करनी पड़ी।
यहां बता दें कि सोमवार को शुरू हुए विधानसभा के पहले दिन दिवंगत पूर्व सदस्यों को श्रद्धांजलि देने के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई थी। जिसके बाद आज फिर से विपक्ष राज्य में कानून व्यवस्था को लेकर सरकार को घेरे रही।