सासाराम ऐतिहासिक शेरशाह सूरीः तालाब में मरी पाई गईं कई क्विंटल मछलियां, लोगों ने कहा- साफ पानी की सप्लाई नहीं, दूषित होने के कारण यहां से गुजर नहीं सकते!
By एस पी सिन्हा | Updated: September 3, 2024 18:03 IST2024-09-03T18:01:51+5:302024-09-03T18:03:09+5:30
Sasaram Historical Shershah Suri: सिंचाई विभाग के द्वारा इनलेट के माध्यम से पानी की सप्लाई होती है तथा आउटलेट से पानी की निकासी होती है।

file photo
पटनाः बिहार के सासाराम से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है, जिसमें सासाराम के ऐतिहासिक शेरशाह सूरी के तालाब में अचानक भारी संख्या में मछलियां मरी पाई गईं। मंगलवार सुबह लोगों ने तालाब में बड़ी संख्या में मछलियों को मरा पाया। तालाब में बड़ी संख्या में मछलियां मरकर पानी में उपला रही हैं। अबतक कई क्विंटल मछलियां मरी पाई गई हैं। माना जा रहा है कि इस ऐतिहासिक स्थल के तालाब का पानी काफी दूषित हो गया है जिस कारण मछलियां मर रही हैं। बताया जा रहा है कि सिंचाई विभाग के द्वारा इनलेट के माध्यम से पानी की सप्लाई होती है तथा आउटलेट से पानी की निकासी होती है। कुछ महीनों से इन-लेट से मकबरा के तालाब में ताजा तथा साफ पानी की सप्लाई नहीं हो रही है। जिसके कारण पानी दूषित होने की संभावना है।
तालाब में मछली पालन करने वाले संवेदक मछुआरा का कहना है कि पिछले कई दिनों से वह सिंचाई विभाग के अधिकारियों से गुहार लगा रहे हैं कि मकबरा के तालाब में इन-लेट के माध्यम से साफ पानी का आपूर्ति किया जाए, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है और आखिरकार मछलियां मरने लगी हैं। वहीं, मछलियों के मरने से तालाब में दुर्गंध आ रही है। जिससे पर्यटकों को भी काफी परेशानी हो रही है।
उल्लेखनीय है कि शेरशाह सूरी का मकबरा बिहार के सासाराम में स्थित है। जिसका निर्माण 16 अगस्त 1545 में पूरा हुआ था। इंडो-इस्लामिक वास्तुकला का बेहतरीन उदाहरण शेर शाह सूरी का मकबरा सासाराम शहर के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। इसे बोलचाल की भाषा में भारत का दूसरा ताजमहल भी कहा जाता है। 52 एकड़ में फैले सरोवर के बीच में स्थित यह मकबरा 122 फीट ऊंचा है।


