संजय राउत ने देवेंद्र फड़नवीस द्वारा की गई बाबरी टिप्पणी पर किया पलटवार, बोले- 'राम मंदिर आंदोलन में शिवसेना की क्या भूमिका थी, अपने नेताओं से पूछें'
By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: May 2, 2022 16:56 IST2022-05-02T16:52:42+5:302022-05-02T16:56:28+5:30
शिवसेना सांसद संजय राउत ने देवेंद्र फड़नवीस की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह सब बातें बेरोजगारी, मुद्रास्फीति और चीनी घुसपैठ जैसे मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए गढ़ी जा रही हैं। अगर उन्हें राम मंदिर आंदोलन में शिवसेना की भूमिका के बारे में जानना है तो वो अपने भाजपा नेताओं से पूछें।

संजय राउत ने देवेंद्र फड़नवीस द्वारा की गई बाबरी टिप्पणी पर किया पलटवार, बोले- 'राम मंदिर आंदोलन में शिवसेना की क्या भूमिका थी, अपने नेताओं से पूछें'
मुंबई: शिवसेना सांसद संजय राउत ने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस द्वारा 6 दिसंबर 1992 को बाबारी मस्जिद गिराये जाने के दौरान शिवसैनिकों की मौजूदगी को खारिज किये जाने वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए सोमवार को कहा कि राम मंदिर आंदोलन में शिवसेना की क्या भूमिका था इसके बारे में भाजपा को अपने नेताओं से पूछना चाहिए।
सांसद राउत ने देवेंद्र फड़नवीस की टिप्पणी और राज ठाकरे द्वारा हनुमान चालीसा और अयोध्या दौरे को के बारे में टिप्पणी करते हुए कहा कि यह सब बातें बेरोजगारी, मुद्रास्फीति और चीनी घुसपैठ जैसे मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए गढ़ी जा रही हैं।
उन्होंने कहा, "अगर कोई बाबरी मस्जिद गिराए जाने के वक्त अयोध्या में शिवसैनिकों की मौजूदगी को खारिज करता है तो उन्हें अपने दिवंगत नेता सुंदर सिंह भंडारी से पूछना चाहिए कि उस समय शिवसेनिक कहां थे। यही नहीं उन्हें सीबीआई और आईबी की रिपोर्ट को भी ध्यान से पढ़ना चाहिए।"
शिवसेना प्रवक्ता ने कहा, "उनके पास ज्ञान नहीं है इसलिए वो पूछ रहे हैं कि शिवसैनिक कहां थे, इसका जवाब उन्हें मिलेगा। अब स्थितियां बदल गई हैं, इसलिए कुछ लोग नये मुद्दे गढ़ रहे हैं।"
मालूम हो कि भाजपा मौजूदा महाराष्ट्र की गठबंधन सरकार पर हमलावर है, जिसकी अगुवाई शिवसेना कर रही है। हिंदुत्व के मुद्दे पर शिवसेना को घेरते हुए महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फड़नवीस ने रविवार को कहा कि 6 दिसंबर 1992 को जब अयोध्या में बाबरी ढांचे को गिराया गया था तो उस वक्त वहीं मौजूद थे और उस समय कोई भी शिव सैनिक वहां नहीं था।
इसके अलावा देवेंद्र फड़नवीस ने इस बात का भी दावा किया था कि राम मंदिर निर्माण के दौरान 'कार सेवा' करते हुए वह 18 दिनों तक यूपी की बदायूं जेल में बंद रहे थे।
दरअसल देवेंद्र फड़नवीस मौजूदा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के उस आरोप का जवाब दे रहे थे, जिसमें उन्होंने पूछा था कि 90 के दशक में अयोध्या में बाबरी मस्जिद के कुछ हिस्सों को तोड़ा गया था, तब भाजपा नेता कहां थे।
उद्धव ठाकरे के इसी बयान पर हमलावर रूख अख्तियार किये फड़नवीस ने कहा, "उन्होंने पूछा कि जब बाबरी मस्जिद को गिराया गया तो हम कहां थे अरे जब मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने को कहा गया तो वो किस डर से छुप रहे हैं। आज वो दावा कर रहे हैं कि बाबरी मस्जिद को उन्होंने गिराया।"