उद्धव सरकार ने घटाई सचिन तेंदुलकर की सुरक्षा, आदित्य ठाकरे को मिला जेड श्रेणी कवर
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: December 25, 2019 14:05 IST2019-12-25T07:59:49+5:302019-12-25T14:05:31+5:30
उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल राम नाईक की सुरक्षा जेड प्लस श्रेणी से घटाकर एक्स और वरिष्ठ वकील उज्जवल निकम की जेड प्लस की सुरक्षा घटाकर वाई श्रेणी कर दी गई है।

सचिन तेंदुलकर राज्यसभा सांसद रह चुके हैं.
क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले और पूर्व राज्यसभा सांसद सचिन तेंदुलकर की सुरक्षा उद्धव ठाकरे सरकार ने घटा दी है। सचिन को एक्स कैटेगिरी की सुरक्षा मिली हुई थी। वहीं मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे और वर्ली के विधायक आदित्य ठाकरे सुरक्षा वाई से अपग्रेड करके जेड कर दी गई है। ये निर्णय राज्य सरकार ने हाईप्रोफाइल लोगों की सुरक्षा समीक्षा के बाद लिया है।
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के अनुसार, एक आईपीएस ऑफिसर ने बताया कि एक्स कैटेगिरी में सचिन के पास हर वक्त एक एक पुलिस कांस्टेबल तैनात रहता था। हालांकि अब उन्हें भी पुलिस एस्कॉट मिल सकती है। बीजेपी नेता एकनाथ खड़से को वाई श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त है लेकिन उनका एस्कॉट हटा दिया गया है।
एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार को ‘जेड प्लस’ श्रेणी की सुरक्षा और उनके भतीजे अजीत पवार को ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा मिलती रहेगी। सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे की सुरक्षा ‘वाई प्लस’ से बढ़ाकर ‘जेड’ श्रेणी की कर दी गई। उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल राम नाईक की सुरक्षा ‘जेड प्लस’ से घटाकर ‘एक्स’ श्रेणी की कर दी गई।
भाजपा के पूर्व मंत्रियों एकनाथ खड़से और राम शिंदे की सुरक्षा भी घटाई गई है। जानेमाने अधिवक्ता उज्जवल निकम की सुरक्षा ‘जेड प्लस’ से घटाकर ‘वाई’ श्रेणी कर दी गई। उन्हें सुरक्षा दस्ता दिया जाएगा। अधिकारी ने बताया कि राज्य की पूर्ववर्ती भाजपा सरकार में मंत्री रह चुके कईयों की सुरक्षा भी आने वाले वक्त में घटाई जाएगी।
सुरक्षा बढ़ाने या घटाने का निर्णय एक समिति लेती है जो हर तीन महीने पर खतरे का आकलन करती है। समिति सुरक्षा एजेंसियों और लोकल पुलिस स्टेशन से मिली सूचना के आधार किसी व्यक्ति को सुरक्षा देने का निर्णय करती है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया, समिति ने 97 लोगों को मिली सुरक्षा की समीक्षा की है। 29 लोगों की सुरक्षा में कटौती की गई है जबकि 16 लोगों की सुरक्षा हटा दी गई है।