यूक्रेन की सेना में शामिल हुआ तमिलनाडु का छात्र, भारतीय सेना में भर्ती के लिए भी कर चुका था कोशिश
By विनीत कुमार | Updated: March 8, 2022 14:19 IST2022-03-08T14:15:51+5:302022-03-08T14:19:05+5:30
रूस-यूक्रेन के बीच जारी भीषण जंग के बीच तमिलनाडु का एक छात्र वहां यूक्रेन की सेना में शामिल हो गया है। ये छात्र 2018 में वहां गया था और इसी साल उसका कोर्स पूरा होने वाला था।

यूक्रेन की सेना में शामिल हुआ तमिलनाडु का छात्र (फोटो- सोशल मीडिया)
नई दिल्ली: यूक्रेन में जंग के बीच जहां भारतीय छात्रों को सुरक्षित वापस लाने की मुहिम जारी है, वहीं, एक भारतीय छात्र के यूक्रेन की सेना में शामिल होने की जानकारी सामने आई है। दरअसल, यूक्रेन में पढ़ाई कर रहा तमिलनाडु के कोएंबटूर जिले का 21 साल का छात्र वहां की पैरामिलिट्री फोर्स में शामिल हुआ है। केंद्र और राज्य सरकार को एक मिली एक इंटेलिजेंस रिपोर्ट से ये जानकारी सामने आई है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार हाल में कुछ अधिकारी भी कोएंबटूर में टुडियालूर के करीब सुब्रमण्यापालम में सैनिकेश रविचंद्रन नाम के इस छात्र के घर गए थे। वहां उन्होंने छात्र के माता-पिता से भी मुलाकात की थी। दो दिन पहले ही अधिकारियों ने एक रिपोर्ट जमा की जिसमें परिवार की पृष्ठभूमि सहित उन संभावित कारणों की बात कही गई है, जिसकी वजह से सैनिकेश रविंचंद्रन यूक्रेन की सेना में शामिल हुआ होगा।
भारतीय सेना में शामिल होने की कोशिश कर चुका है रविंचंद्रन
स्कूल की पढ़ाई के बाद रविचंद्रन ने दो बार भारतीय सेना में भी शामिल होने की कोशिश की थी। हालांकि, उसका चयन नहीं हो सका। परिवार के एक दोस्त के अनुसार बाद में रविचंद्रन ने चेन्नई में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास से भी संपर्क किया था और ये जानने की कोशिश की थी क्या वह अमेरिकी सेना का हिस्सा बन सकता है।
यह जानने के बाद कि ऐसा नहीं हो सकता, रविचंद्रन ने साल 2018 में ही यूक्रेन के खारकीव में नेशनल एयरोस्पेस यूनिवर्सिटी में दाखिले के लिए नामांक कराया। इसी साल जुलाई में उसका कोर्स पूरा होने वाला था।
यूक्रेन में जंग के बीच परिवार का सैनिकेश से संपर्क टूट गया था। दूतावास की मदद के बाद वे सैनिकेश से संपर्क करने में सफल रहे। इस दौरान उसने भी सूचित किया वह रूस के खिलाफ लड़ने के लिए यूक्रेनी सेना में शामिल हुआ है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक सैनिकेश फिलहाल जॉर्जियन नेशनल लीजन पैरामिलिट्री यूनिट का हिस्सा है, जिसमें वॉलंटियर्स शामिल हैं। परिवार अब राज्य और केंद्र के अधिकारियों की मदद से अपने बेटे को वापस पाने की कोशिश में जुटा है।