Russia-Ukraine Crisis: केंद्र सरकार ने बृहस्पतिवार को कहा कि यूक्रेन से भारतीय यात्री कतर के रास्ते लौट सकते हैं। दरअसल, विमानन उद्योग के विशेषज्ञों का कहना है कि यू्क्रेन का वायु क्षेत्र खुलने के बाद ही वहां से यात्री उड़ानें फिर से शुरू होंगी। अभी 20000 भारतीय यूक्रेन में फंसे हुए हैं।
उनमें से ज्यादातर छात्र हैं। चूंकि रूस के सैन्य आक्रमण के चलते यूक्रेन के वायु क्षेत्र को बंद कर दिया गया है, ऐसे में अभी यह स्पष्ट नहीं है कि वे कतर-भारत उड़ानों में सवार होने के लिए यूक्रेन से कैसे यात्रा करेंगे। कतर-भारत उड़ानें सामान्य रूप से परिचालित हो रही हैं।
पूर्वी यूरोपीय देश (यूक्रेन) के अधिकारियों ने बृहस्पतिवार सुबह हवाई सेवा कर्मियों को एक नोटिस जारी कर कहा कि यूक्रेन के अंदर यात्री उड़ानें नागर विमानन को संभावित खतरे के चलते निषिद्ध हैं। कतर में भारतीय दूतावास ने ट्विटर पर कहा, ‘‘भारत सरकार, नागर विमानन मंत्रालय ने यात्रियों को यूक्रेन से ट्रांजिट के जरिये भारत-कतर द्विपक्षीय विशेष उड़ान समझौता के तहत यात्रा करने की अनुमति दी है। ’’ इसका यह मतलब है कि यू्क्रेन से कतर आने वाले यात्री कतर और भारत के बीच परिचालित उड़ान में सवार हो सकते हैं।
यूक्रेन संकट: प्रधानमंत्री मोदी ने की सीसीएस की बैठक
यूक्रेन पर रूस के हमले से पैदा हुई स्थिति और वहां फंसे भारतीयों को वापस लाने की उठ रही मांगों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडल समिति (सीसीएस) की बैठक की अध्यक्षता की। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। उनके मुताबिक इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, विदेश मंत्री एस जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और कई शीर्ष स्तरीय अधिकारी शामिल हुए।ट
ज्ञात हो कि रूस ने बृहस्पतिवार को यूक्रेन पर आक्रमण कर दिया और उसके शहरों और सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले या गोलीबारी की। यूक्रेन सरकार के मुताबिक रूसी टैंक और सैनिक सीमा पर घूम रहे हैं। यूक्रेन ने रूस पर ''पूर्ण युद्ध'' छेड़ने का भी आरोप लगाया। यूक्रेन में तेज से बदलती इस स्थिति पर भारत करीब से नजर रख रहा है।
सरकार की प्राथमिकता वहां फंसे भारतीयों, विशेषकर वहां पढ़ रहे छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी है। यूक्रेन की राजधानी कीव में भारतीय दूतावास ने यूक्रेन में सभी भारतीय नागरिकों से शांति बनाए रखने और सुरक्षित रहने की सलाह दी है। इस सिलसिले में दूतावास की ओर से आज भी एक परामर्श जारी किया गया है। महाराष्ट्र, केरल, हरियाणा, गुजरात, पंजाब, कर्नाटक और उत्तराखंड सहित कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों और विभिन्न राजनीतिक दलों ने सरकार से यूक्रेन में फंसे भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है।