कांग्रेस ने झारखंड विधानसभा चुनाव को पांच चरण में कराये जाने पर उठाये सवाल, कहा- ये दुर्भाग्यपूर्ण
By विनीत कुमार | Updated: November 1, 2019 17:57 IST2019-11-01T17:55:36+5:302019-11-01T17:57:48+5:30
कांग्रेस सहित विपक्षी पार्टियों ने इससे पहले लोकसभा चुनाव के दौरान भी पश्चिम बंगाल में 7 चरण में वोटिंग को लेकर सवाल उठाये थे।

आरपीएन सिंह ने झारखंड चुनाव को पांच चरण में कराये जाने पर उठाये सवाल (फोटो-एएनआई)
कांग्रेस के झारखंड विधानसभा चुनाव को इस बार भी पांच चरण में कराये जाने को लेकर सवाल खड़े कर दिये हैं। झारखंडकांग्रेस के इंचार्ज आरपीएन सिंह ने वे राज्य में चुनाव की घोषणाओं का स्वागत करते हैं लेकिन इसे पांच चरण में कराया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है।
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार आरपीएन सिंह ने कहा, 'हम राज्य में चुनाव की घोषणा का स्वागत करते हैं लेकिन ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि इसे पांच चरण में कराया जा रहा है। कांग्रेस ने चुनाव आयोग से मांग की थी कि झारखंड में चुनाव एक चरण में कराये जाए।'
RPN Singh, In-charge Jharkhand Congress, on Jharkhand Legislative Assembly Elections: We welcome the elections in the state, but it is unfortunate that elections are to be held in five phases. Congress had asked EC that elections should be held in one phase in Jharkhand. pic.twitter.com/jPzXxhJPKj
— ANI (@ANI) November 1, 2019
कांग्रेस सहित विपक्षी पार्टियों ने इससे पहले लोकसभा चुनाव के दौरान भी पश्चिम बंगाल में 7 चरण में वोटिंग को लेकर सवाल उठाये थे। बता दें कि चुनाव आयोग ने शुक्रवार को झारखंड विधानसभा चुनाव की घोषणा कर दी। चुनाव आयोग ने कहा कि 2014 की तरह इस साल भी राज्य में पांच चरण में चुनाव कराये जाएंगे।
झारखंड में पहले चरण का मतदान 30 नवंबर को है। चुनाव आयोग के अनुसार पहले चरण में 13 विधानसभा क्षेत्रों में वोट डाले डाएंगे। दूसरे चरण का मतदान 7 दिसंबर को होगा। तीसरे चरण की वोटिंग 12 दिसंबर को और चौथे चरण के लिए वोटिंग 16 दिसंबर को है। पांचवें चरण के लिए 20 दिसंबर को वोटिंग होगी। दूसरे चरण में 20 सीटों पर, तीसरे चरण में 17 सीटों, चौथे चरण में 15 सीटों और पांचवें चरण में 16 सीटों पर मतदान होगा।
चुनाव के नतीजे 23 दिसंबर को आएंगे। झारखंड में 81 विधानसभा सीटें हैं। इससे पहले ऐसी अटकलें लगाई जा रही थी कि हरियाणा और महाराष्ट्र के साथ ही झारखंड का चुनाव भी कराया जाएगा लेकिन आयोग ने तब केवल दो ही राज्यों में चुनाव की घोषणा की।