लखनऊ: उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में लौट रहे मजदूरों से साथ भीषण हादसा हुआ है। यहां शनिवार को ट्रक की ट्रक से टक्कर में 24 मजदूरों की मौत हो गई। साथ ही कई अन्य मजदूरों के घायल होने की खबर है। हादसे के बाद सभी को नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उनका इलाज चल रहा है। बताया जा रहा है कि सभी मजदूर राजस्थान से आ रहे थे।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, औरैया के डिएम अभिषेक सिंह ने बताया कि यह हादसा शनिवार तड़के करीब 3:30 बजे हुआ। इस हादसे में 24 लोगों की मौत हो गई है और लगभग 15-20 लोगों को चोटें आई हैं। उनमें से अधिकांश बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने औरैया में घटित हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना को संज्ञान में लिया है। उन्होंने इस दुर्घटना में जान गंवाने वाले मजदूरों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। साथ ही उन्होंने कानपुर के आयुक्त और महानिरीक्षक को भी इस स्थल का दौरा करने का निर्देश दिया है।
मध्य प्रदेश: गुना में सड़क हादसे में तीन की मौत
उधर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मध्य प्रदेश के गुना में एक सड़क दुर्घटना में उत्तर प्रदेश के प्रवासी कामगारों/श्रमिकों की मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया है और मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान किये जाने के निर्देश दिए हैं।
एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को मध्य प्रदेश सरकार से समन्वय कर सभी घायलों का समुचित उपचार कराने तथा मृतकों के पार्थिव शरीर उनके परिजनों तक पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए तथा हादसे में गंभीर रूप से घायल लोगों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान किये जाने के निर्देश दिए हैं।
लॉकडाउन में जगह-जगह फंसे और रोजी-रोजगार गंवाने के बाद अपने घरों को पहुंचने के लिए तरस रहे मजदूर भाजपा के लिए चिंता का सबब बन गए हैं। पार्टी को यह चिंता सता रही है कि जितनी बड़ी संख्या में मजदूर परेशान हुए हैं उससे विरोधियों को तो हमला करने का मौका मिला ही है साथ ही इससे उसकी लोकप्रियता में भी कमी आ सकती है।
मजदूरों की दुर्दशा ने उड़ाई भाजपा की नींद:
लॉकडाउन में जगह-जगह फंसे और रोजी-रोजगार गंवाने के बाद अपने घरों को पहुंचने के लिए तरस रहे मजदूर भाजपा के लिए चिंता का सबब बन गए हैं। पार्टी को यह चिंता सता रही है कि जितनी बड़ी संख्या में मजदूर परेशान हुए हैं उससे विरोधियों को तो हमला करने का मौका मिला ही है साथ ही इससे उसकी लोकप्रियता में भी कमी आ सकती है।
दरअसल, देशभर में प्रवासी मजदूरों की दुर्दशा की खबरों ने सरकार के साथ-साथ भाजपा की भी नींद उड़ा दी है। कई जगहों से पैदल चलते-चलते प्रवासी मजदूरों के दम तड़ने तो कहीं रेल और सड़क हादसों में मारे जाने की भी खबरें हैं। बहुतों की तनख्वाह पर कैंची चली है तो लाखों अपनी नौकरी से भी हाथ धो चुके हैं। इनमें से अधिकांश मौजूदा हालात के लिए सरकार के फैसलों को जिम्मेदार भी मानते हैं जो भाजपा की चिंता का सबब बना हुआ है।