राजद के स्थापना दिवस और रजत जयंती समारोह की औपचारिक शुरुआत, राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव की पोस्टर में वापसी
By एस पी सिन्हा | Updated: July 4, 2021 21:45 IST2021-07-04T19:26:51+5:302021-07-04T21:45:51+5:30
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) का 25 वां स्थापना दिवस समारोह अर्थात रजत जयंती मनाया जाना शुरू कर दिया गया है। वैसे तो राजद का स्थापना दिवस 5 जुलाई को है, लेकिन आज ही रजत जयंती समारोह की विधिवत रूप से शुरू हो गया है।

फाइल फोटो
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) का 25 वां स्थापना दिवस समारोह अर्थात रजत जयंती मनाया जाना शुरू कर दिया गया है। वैसे तो राजद का स्थापना दिवस 5 जुलाई को है, लेकिन आज ही रजत जयंती समारोह की विधिवत रूप से शुरू हो गया है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने राजद के प्रदेश कार्यालय में पहुंचकर दीप जला कर इसकी शुरुआत की। इस मौके पर पार्टी के तमाम बडे़ नेता मौजूद रहे।
5 जुलाई को स्थापना दिवस के मौके पर राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव वर्चुअल मोड में अपनी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। आज एक दिन पहले कोरोना काल के दौरान चिकित्सा प्रकोष्ठ की तरफ से की गई मदद को लेकर नेताओं ने अपनी बात रखी है। तेजस्वी ने कहा कि 5 जुलाई को राजद के स्थापना दिवस के साथ रजत जयंती समारोह भी है। राजद स्थापना के 25 साल पूरा करने जा रही है। रजत जयंती की पूर्व संध्या पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। कल पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद यादव वर्चुअल माध्यम से पार्टी के कार्यकर्ता और देश की जनता को सम्बोधित करेंगे। उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद यादव रजत जयंती कार्यक्रम का भी शुभारंभ करेंगे।
उधर, राजद के स्थापना दिवस के मौके पर पटना को पोस्टरों से पाट दिया गया है। सभी चौक-चौराहों पर पोस्टर लगाए गए हैं, लेकिन इस बार के पोस्टर में राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव और राबडी देवी की तस्वीर को प्रमुखता के साथ लगाया गया है। इसके पहले विधानसभ चुनाव के दौरान तेजस्वी यादव के युवा चेहरे पर राजद को इतना भरोसा था कि पोस्टर से लालू प्रसाद यादव तक की तस्वीर हटा दी गई थी। तेजस्वी ने विधानसभा चुनाव में पूरी मेहनत भी की। पार्टी ने बढिया प्रदर्शन भी किया। इसके बावजूद उनकी सरकार नहीं बन पाई।
लालू प्रसाद यादव की पोस्टर में वापसी
अब स्थापना दिवस से ठीक पहले राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव की पोस्टर में वापसी हो गई है। इसके साथ पार्टी ने कहीं न कहीं यह संदेश दे दिया है कि लालू यादव के बगैर तेजस्वी का जादू नहीं चलेगा, लेकिन पोस्टर और होर्डिंग से ’तेजप्रताप यादव’, मीसा भारती और रोहिणी आचार्य के चेहरे गायब होने पर बिहार में राजनीति तेज हो गई है। कई प्रकार की चर्चा भी शुरू हो गई है। पोस्टर में लालू- राबड़ी के साथ तेजस्वी का चेहरा चमक रहा है, लेकिन इसी पोस्टर से तेज प्रताप यादव, राज्यसभा सदस्य मीसा भारती और सोशल मीडिया पर पॉलिटिकल रिएक्शन देने वाली डॉ. रोहिणी आचार्य गायब हैं।
तेजस्वी पटना में बागडोर संभालेंगे
यहां बता दें कि तेज प्रताप यादव कई बार कह चुके हैं कि उनके अर्जुन तेजस्वी यादव हैं और वे उनके कृष्ण यानी सारथी हैं। वहीं, सोशल मीडिया पर राजद के मुख्य गेट पर लगे पोस्टर वायरल होने के बाद पार्टी कार्यालय के अंदर मुख्य मंच पर जो पोस्टर लगाए गए हैं, उनमें तेजस्वी यादव गायब हैं। राजनीति के जानकारों का मानना है कि मुख्य गेट वाले मुख्य पोस्टर को मंच वाले पोस्टर से एडजस्ट किया गया है ताकि तेजस्वी के बारे में कोई गलत मैसेज कार्यकर्ताओं में न जाए या फिर विरोधियों को इस पर कोई टिप्पणी करने का अवसर नहीं मिले। मंच वाले पोस्टर पर सिर्फ लालू प्रसाद यादव और राबडी देवी की फोटो को लगाया गया है। इसी मंच से मुख्य आयोजन होना है। स्थापना दिवस का मुख्य कार्यक्रम 5 जुलाई को साढे 10 बजे शुरू होगा, जब लालू प्रसाद यादव दिल्ली से इसका वर्चुअली उद्घाटन करेंगे। तेजस्वी यादव पटना में आयोजन की बागडोर संभालेंगे।
सत्ता में वापसी को लेकर बेकरार
वहीं, पार्टी प्रवक्ता मृत्यंजय तिवारी ने कहा कि कोरोना प्रोटोकॉल की वजह से कार्यक्रम की रूपरेखा जिस भव्यता के साथ तैयार की गई थी, उसके अनरुप नहीं की जा रही है। स्थापना दिवस का आयोजन तो वर्चुअली हो रहा है, लेकिन पार्टी के कार्यकर्ता जहां कहीं भी हैं सभी में खुशी अपार है। सत्ता में वापसी को लेकर सभी बेकरार हैं।