लालू यादव के खिलाफ मामला दर्ज कराने वाले उन्हीं के आदमी थे और आज साथ भी हैं, सीएम नीतीश बोले- मैंने कुछ नहीं किया...
By एस पी सिन्हा | Updated: February 21, 2022 15:44 IST2022-02-21T15:39:25+5:302022-02-21T15:44:25+5:30
चारा घोटाला के तहत डोरंडा कोषागार से 139.35 करोड़ रुपये के गबन के मामले में दोषी करार दिये गये राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को यहां की विशेष सीबीआई अदालत ने सोमवार को पांच साल कैद और 60 लाख रुपये जुर्माने की सजा सुनायी.

जनता दरबार कार्यक्रम के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने मुस्कुराते हुआ कहा कि इस पर मैं क्या टिप्पणी करूं?
पटनाः चारा घोटाला के सबसे बडे़ मामले में राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव को पांच साल की सजा होने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजद के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी पर तंज कसा है.
जनता दरबार कार्यक्रम के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने मुस्कुराते हुआ कहा कि इस पर मैं क्या टिप्पणी करूं? लालू के खिलाफ मामला दर्ज कराने वाले भी उन्हीं के आदमी थे और आज साथ भी उन्हीं के आदमी हैं. नीतीश कुमार ने तंज कसते हुए कहा कि लालू प्रसाद पर पहले आरोप लगे तो कुर्सी से हटना पड़ा, फिर उन्होंने अपनी पत्नी को बिठा दिया. हम तो केस किए नहीं थे?
केस करने वाले आज कल उनके ही दल में हैं. लोगों को जरा नाम याद करा दीजिए. उन्होंने कहा लालू पर बिहार के मुख्यमंत्री रहने के दौरान ही चारा घोटाला का केस दर्ज किया गया था. अब उसे इसकी सजा मिली है. ये मामला कितने साल से चल रहा है. कितनी सजा भी हो गई है. मुख्यमंत्री ने कहा कि केस करते समय वो लोग हमारे पास भी आये थे. हमने कहा था न-न हम केस में नहीं पड़ते हैं.
कोर्ट में ट्रायल हुआ सजा हुआ. वैसे वे ऊपरी अदालत में जा सकते हैं. वैसे जिन लोगों ने केस किया था उनकी तो प्रतिक्रिया लेनी चाहिए. नीतीश कुमार ने शिवानंद तिवारी की तरफ यह इशारा किया था, क्योंकि चारा घोटाले मामले में मुख्य पेटीशनर शिवानंद तिवारी थे. मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे इस पर ज्यादा कुछ कहना नहीं है. लेकिन जो न्यायिक प्रक्रिया है उसके तहत यह सजा हुई है.
नीतीश कुमार ने कहा कि इससे पहले भी उनको सजा हो चुकी है. लगभग 3 साल से ज्यादा वह जेल में रहकर आए हैं. वहीं, जातीय जनगणना के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हम राज्य में जातीय जनगणना करवाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. उन्होंने कहा कि जल्द ही इस मामले को लेकर एक सर्वदलीय बैठक बुलाई जाएगी. जातीय जनगणना से सभी को फायदा होगा. राज्य में जल्द इसे शुरू करेंगे और साथ ही यह भी सुनिश्चित करेंगे कि इसे ठीक से लागू किया जाए.