नागपुर: देश आद 75वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। इस मौके पर सारे देश में उत्साह का माहौल है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस)) के नागपुर स्थित मुख्यालय पर धवजारोहण का रंगारंग कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस मौके पर संघ प्रमुख मोहन भागवत ने राष्ट्रीय धव्ज फहराया और सलामी ली।
झंडा फहराने के बाद मोहन भागवत ने अपने संबोधन में कहा, ""भारत के लोगों की शक्ति अनंत है। जब यह शक्ति बढ़ती है तो कई चमत्कार करती है। आज हम हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं। हम तभी कुछ हासिल कर सकते हैं जब हम भाईचारे की भावना से बाध्य हों। हमारे देश में विविधता को स्वीकार करने की परंपरा है। जब सभी लोग भाईचारे की भावना के साथ मिलकर काम करेंगे और संविधान का पालन करेंगे तो देश ऊंचाइयों पर पहुंच जाएगा।"
26 जनवरी इस समय पूरे देश में पूरे हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। विभिन्न राज्यों मसलन तमिलनाडु, तेलंगाना, केरल, गोवा सहित अन्य राज्यों की राजधानियों में राज्यपालों द्वारा ध्वजारोहरण का कार्यक्रम किया जा रहा है। इसके अलावा दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय पर पार्टी प्रमुख जेपी नड्डा ने राष्ट्रीय ध्वज को फहराया।
वहीं आईटीबीपी के जवानों ने देश की राजधानी दिल्ली से हजारों किलोमीटर दूर बर्फ से ढंकी चीन की भारतीय सीमा पर तिरंगा फहराकर गणतंत्र दिवस का जश्न मनाया।
देश की राजधानी दिल्ली में कर्तव्य पथ पर आयोजित होने वाली परेड 'महिला केंद्रित' होगी, जो समाज के विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं द्वारा निभाई गई भूमिकाओं को दर्शाएगा। इस वर्ष भारत अपना 75वां गणतंत्र दिवस मना रहा है, जो 26 जनवरी 1950 को संविधान को अपनाने और संप्रभुता की प्राप्ति का प्रतीक है।
संविधान सभा ने अपना पहला सत्र दिसंबर 1946 में और आखिरी सत्र नवंबर 1949 में आयोजित किया, जिसके एक साल बाद संविधान लागू किया गया और मसौदा समिति के प्रमुख डॉ. बीआर अंबेडकर थे। इस कारण से डॉ. भीम राव अंबेडकर को भारत के 'संविधान का जनक' कहा जाना है। इस वर्ष के गणतंत्र दिवस की थीम 'विकसित भारत' और 'भारत: लोकतंत्र की मातृका' है, जो देश की आकांक्षाओं और लोकतंत्र के पोषक के रूप में इसकी भूमिका का प्रतीक है।
कर्तव्य पथ पर सुबह 10:30 बजे शुरू होने वाली परेड करीब 90 मिनट तक चलेगी। पहली बार परेड की शुरुआत 100 महिला कलाकार भारतीय संगीत वाद्ययंत्र बजाते हुए करेंगी। परेड की शुरुआत महिला कलाकारों द्वारा बजाए जाने वाले शंख, नादस्वरम, नगाड़ा आदि संगीत के साथ होगी।
गणतंत्र दिवस समारोह की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राष्ट्रीय युद्ध स्मारक की यात्रा से होगी, जहां वह पुष्पांजलि अर्पित करके शहीद नायकों को श्रद्धांजलि अर्पित करने में राष्ट्र का नेतृत्व करेंगे। इसके बाद, प्रधानमंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्ति परेड देखने के लिए कर्तव्य पथ पर सलामी मंच पर जाएंगे।