पिछले महीने भारत और पाकिस्तान के बीच हुई तनातनी के बाद दोनों देश 27 फरवरी को एक-दूसरे पर मिसाइल से हमला करने की स्थिति में पहुंच गये थे। दरअसल, भारत के एयर स्ट्राइक के बाद अगले दिन पाकिस्तान की कार्रवाई का जवाब देते हुए भारतीय विंग कमांडर अभिनंदन पाक के कब्जे में आ गये थे। इसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी मिसाइल हमले को लेकर गंभीर थे। यही नहीं, रिसर्च एंड एनालिसिस विंग के सेक्रेटरी अनिल धसमाना ने पाकिस्तानी के इंटर सर्विस चीफ लेफ्टिनेंट जनरल असिम मुनीर से बात की और कहा कि अगर भारतीय पायलट को नुकसान पहुंचाया गया तो भारत कड़ी कार्रवाई कर सकता है।
हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक सुरक्षा की कैबिनेट समिति (सीसीएस) के एक सदस्य, भारतीय और पाकिस्तानी राजनयिक, अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के कार्यालय और इंटेलिजेंस अधिकारियों के हवाले से यह जानकारी सामने आई है। अखबार ने इन अधिकारियों से बात कर यह हासिल करने की कोशिश की भारत के एयर स्ट्राइक के बाद 27 फरवरी को पूरे दिन क्या-क्या हुआ।
रिपोर्ट के अनुसार नई दिल्ली और वॉशिंगटन में इस घटनाओं से सीधे जुड़े लोगों के हवाले से यह बात सामने आई है कि धसमाना ने मुनीर से भारतीय पायलट को रिहा कराने के लिए बात की। विंग कमांडर वर्तमान उस समय पाकिस्तान के कब्जे में आ गये थे जब 27 फरवरी की सुबह उन्होंने भारतीय सीमा में दाखिल हुए पाकिस्तान के एफ-16 विमान का पीछा किया और उसे मार गिराया। इस कार्रवाई में उनका मिग-21 विमान भी क्रैश हुआ और वे पाक सीमा में जा गिरे।
पूरे दिन चलती रही चर्चा
रिपोर्ट के मुताबिक धसमाना के पाकिस्तान के इंटर सर्विस चीफ लेफ्टिनेंट जनरल मुनिर से बात के दौरान दोनों के बीच राजस्थान में भारतीय सेना की ओर से तैनात किये गये 12 कम दूरी वाले और सतह से सतह पर मार करने वाले मिसाइल की तैनाती पर भी चर्चा हुई।
इस पूरे घटनाक्रम के बीच रॉ के चीफ ने भी पाकिस्तान के आईएसआई के चीफ से बात की। वहीं, भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल ने भी अमेरिका के अपने समकक्ष जॉन बॉलटन और अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपियो से हॉटलाइन पर बात की। यही नहीं भारतीय अधिकारियों ने संयुक्त अरब अमीरात और सउदी अरब से भी बात की ताकि वे पाकिस्तानी पीएम इमरान खान को भारतीय पायलट को छोड़ने के लिए समझा सके।
अखबार के अनुसार वाइट हाउस के एक प्रवक्ता ने इस बारे में कोई प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया कि क्या वाकई डोवाल ने अमेरिकी समकक्ष बॉलटन को भारत की मिसाइल हमले की तैयारियों के बारे में बताया था। सूत्रों के अनुसार डोवाल ने अमेरिका को बताया था कि अगर भारतीय पायलट को नुकसान पहुंचा तो भारत बड़ा कदम उठा सकता है।
काटी गई थी कई पाक शहरों की बिजली
इससे पहले न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने भी 17 मार्च को अपनी एक रिपोर्ट में बताया था कि दोनों देश एक-दूसरे पर मिसाइल हमला करने के बेहद करीब आ गये थे। हालांकि, दूसरे देशों के समझाने के बाद स्थिति काबू में आ सकी। वैसे दिलचस्प ये भी है कि पाकिस्तान के सिविल और सैन्य दोनों नेतृत्व मान चुके थे कि भारत 27 फरवरी की शाम तक कम से कम 9 मिसाइल दाग सकता है। इस लिहाज से पाकिस्तान ने भी अपने 13 मिसाइल हमले के लिए तैयार कर लिये थे।
पाकिस्तान को तब लग रहा था कि भारत 27 फरवरी को रात 9 से 10 बजे के बीच मिसाइल छोड़ सकता है। इस आशंका को देखते हुए पाकिस्तान ने लाहौर, कराची, इस्लामाबाद जैसे शहरों के कई इलाकों में बिजली काट दी थी।