विख्यात मत्स्य वैज्ञानिक ए रामचंद्रन का निधन, कई किताबें लिखी, 132 विद्यार्थियों ने पीएचडी की थी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 27, 2020 09:22 PM2020-03-27T21:22:12+5:302020-03-27T21:22:12+5:30
विश्वविद्यालय ने बताया कि रामचंद्रन ओमान सल्तनत के मत्स्य सलाहकार रहने के साथ ही कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मत्स्य परिषदों और संगठनों के विशेषज्ञ सदस्य भी रहे हैं। रामचंद्रन के पिता के एस एन मेनन कांग्रेस के दिग्गज नेता थे और कोच्चि के इस वैज्ञानिक के परिवार में उनकी पत्नी और एक बेटा है।
कोच्चिः विख्यात मत्स्य वैज्ञानिक और केरल मत्स्य एवं समुद्री अध्ययन विश्वविद्यालय (केयूएफओएस) के कुलपति डॉक्टर ए. रामचंद्रन का निधन दिल का दौरा पड़ने से हो गया।
विश्वविद्यालय ने बताया कि रामचंद्रन ओमान सल्तनत के मत्स्य सलाहकार रहने के साथ ही कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मत्स्य परिषदों और संगठनों के विशेषज्ञ सदस्य भी रहे हैं। रामचंद्रन के पिता के एस एन मेनन कांग्रेस के दिग्गज नेता थे और कोच्चि के इस वैज्ञानिक के परिवार में उनकी पत्नी और एक बेटा है।
स्कूल ऑफ इंडस्ट्रीज फिशरीज ऑफ कोचीन यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के निदेशक रामचंद्रन को जून, 2016 में केयूएफओएस का कुलपति बनाया गया था। पिछले साल उनके नेतृत्व में देश में पहली बार अंतरराष्ट्रीय ब्लू इकोनमी कांग्रेस (सामुद्रिक संसाधन पर आधारित अर्थ व्यवस्था से जुड़ा सम्मेलन) का आयोजन किया गया।
उन्होंने नीदरलैंड के डेल्फ टेक्निकल विश्वविद्यालय से पोस्ट डॉक्टरल डिग्री हासिल की थी और वह मत्स्य विषय पर 300 से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय अनुसंधान पेपर प्रकाशित करने के साथ कई किताबें लिखी थीं। उनके मार्ग निर्देशन में 132 विद्यार्थियों ने पीएचडी की थी।