मुकेश अंबानी की सुरक्षा में 24 घंटे रहते हैं एनएसजी के घातक कमांडो, जेड प्लस सुरक्षा कवर मिला हुआ
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 27, 2021 07:29 PM2021-02-27T19:29:50+5:302021-02-27T19:31:16+5:30
दक्षिण मुंबई में उद्योगपति मुकेश अंबानी के आवास के पास एक संदिग्ध वाहन में विस्फोटक सामग्री मिलने के दो दिन बाद पुलिस एक अन्य कार की तलाश कर रही है, जिसे मौके पर देखा गया था.
मुंबईः रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी हमेशा सुरक्षारक्षकों से घिरे रहते हैं. उन्हें जेड प्लस सुरक्षा कवर मिला हुआ है.
प्रधानमंत्री की सुरक्षा में तैनात स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) के बाद यह भारत का दूसरा सबसे बड़ा सुरक्षा घेरा है. अब तक केवल 17 लोगों को ही जेड प्लस सिक्योरिटी दी गई है. अंबानी की सुरक्षा में 55 उच्च प्रशिक्षित सुरक्षाकर्मी हमेशा तैनात रहते हैं. इस घेरे में 10 कमांडो नेशनल सिक्योरिटी गार्ड्स (एनएसजी) के होते हैं. उनके पास घातक एमपी5 गन होती है.
मुकेश अंबानी की सुरक्षा में निजी सुरक्षाकर्मी भी तैनात रहते हैं. इनमें एनएसजी के रिटायर्ड कर्मचारियों के अलावा सेना और अर्धसैनिक बलों के सेवानिवृत्त जवान भी शामिल हैं. --------- हर महीने चुकाते हैं मोटा बिल सुरक्षा का खर्च मुकेश अंबानी को खुद उठाना पड़ता है.
एक अनुमान के मुताबिक, जेड प्लस सुरक्षा के लिए मुकेश अंबानी हर महीने करीब 22 हजार डॉलर (लगभग 16 लाख रुपए) का बिल चुकाते हैं. इस खर्च के अलावा सुरक्षाकर्मियों के रहने-खाने की व्यवस्था भी अंबानी को करनी होती है.
खास बातेंः
अंबानी की सभी कारें हथियारबंद और बुलेटप्रूफ.
अपने घर से बिना सुरक्षा घेरे के बाहर नहीं निकलते.
वर्ष 2013 में दी गई थी जेड सिक्योरिटी.
बाद में नरेंद्र मोदी सरकार ने इसे बढ़ाकर जेड प्लस कर दिया.
जब अंबानी अपने राज्य में होते हैं, तो पूरा सुरक्षा घेरा उनके साथ होता है.
दूसरे राज्य जाने पर कुछ कमांडो उनके साथ चलते हैं और संबंधित राज्य बाकी सुरक्षा के इंतजाम करता है.