नागपुर में पाबंदियों में दी गयी ढील, बाजारों और दुकानों में लोग पहुंचने लगे
By भाषा | Published: June 7, 2021 04:18 PM2021-06-07T16:18:07+5:302021-06-07T16:18:07+5:30
नागपुर, सात जून महाराष्ट्र की पांच स्तरीय अनलॉक योजना के तहत नागपुर में पाबंदियों में ढील देने के बाद सोमवार को सुबह बाजारों एवं सड़कों पर चहल-पहल नजर आयी।
महाराष्ट्र सरकार के दिशानिर्देश के अनुसार, राज्य में कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते पाबंदियां लगायी गयी थीं। कोविड-19 के मामलों में गिरावट आने पर पांच स्तरीय योजना के तहत छूट दी जा रही है। पहली श्रेणी में वे शहर और जिले हैं जहां सक्रमण दर पांच फीसदी है और ऑक्सीजन बेड पर इलाजरत मरीजों की संख्या 25 प्रतिशत से कम हैं।
राज्य के मंत्री और नागपुर उत्तर के विधायक नितिन राउत ने रविवार को कहा था कि विदर्भ के इस सबसे बड़े जिले मे अब भी कुछ पाबंदियां रहेंगी ताकि इस महामारी के फिर से तेज होने की आशंका से बचा जा सके।
एक प्रमुख मॉल के प्रबंधक स्नेहिल मुंघाते ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘ सुबह से जो लोग आ-जा रहे हैं, उनकी संख्या कम है लेकिन हमें यकीन है कि आने वाले दिनों में चीजें बेहतर होंगी। हम ढाई महीने के बाद मॉल खोल रहे हैं और ग्राहकों को उनका तापमान जांच करने के बाद अंदर आने की इजाजत दी जा रही है। सभी कर्मियों को मास्क, ग्लव्स का उपयोग करने और आपस में दूरी बनाये रखने को कहा गया है। ’’
नागपुर रेज़ीडेंशियल होटल एसोसिएशन (एनआरएचए) के प्रमुख तेजिंदर सिंह रेणु ने पीटीआई-भाषा से कहा कि रात दस बजे तक खाने की इजाजत देना और शादियों में 100 लोगों की अनुमति देना इस क्षेत्र के लिए राहत है।
नाग विदर्भ चैम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष अश्विन मेहादिया ने कहा कि कुछ पाबंदियां हटाने का कदम स्वागतयोग्य है लेकिन यदि दुकानों एवं प्रतिष्ठानों को शाम सात बजे तक काम करने की अनुमति होती तो बेहतर होता है।
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