यूपी में रिकार्ड तोड़ती गर्मी, बिजली कटौती से लोग बेहाल, सीएम ने कहा- शहर-गांव में अनावश्यक बिजली कटौती न की जाए
By राजेंद्र कुमार | Updated: May 31, 2024 17:38 IST2024-05-31T17:36:57+5:302024-05-31T17:38:39+5:30
शुक्रवार को भी यूपी के तमाम जिले में लोग 45 डिग्री से अधिक के तापमान में झुलसते रहे। दिन ही नहीं रात में भी यूपी के अधिकांश जिलों में खूब गर्मी रही हैं क्यों न्यूनतम ताप मान 35 के पार चला गया।

यूपी में रिकार्ड तोड़ती गर्मी, बिजली कटौती से लोग बेहाल, सीएम ने कहा- शहर-गांव में अनावश्यक बिजली कटौती न की जाए
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में झुलसा देने वाली गर्मी अब जानलेवा हो गई। लगातार रिकॉर्ड तोड़ती गर्मी के पारे और लू-लपट ने नौतपा के सातवें दिन भी लोगों को अपनी चपेट में लेना जारी रखा है। इसके चलते लू लगने आदि से अब तक 170 से अधिक लोगों जान गंवा चुके हैं। शुक्रवार को भी यूपी के तमाम जिले में लोग 45 डिग्री से अधिक के तापमान में झुलसते रहे। दिन ही नहीं रात में भी यूपी के अधिकांश जिलों में खूब गर्मी रही हैं क्यों न्यूनतम ताप मान 35 के पार चला गया।
गर्मी के चलते यूपी की बिजली आपूर्ति पर भी असर पड़ा है और अघोषित कटौती करनी पड़ रही हैं। ऐसे में तमाम सक्षम लोग नैनीताल और अन्य ठंडे इलाकों में जाने लगी हैं। फिलहाल भीषण गर्मी और बिजली कटौती से परेशान जनता को राहत देने के लिए मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने शहर-गांव में अनावश्यक बिजली कटौती ना करने के निर्देश दिए हैं।
अफसरों को सीएम योगी का आदेश
यूपी के मौसम विभाग के अनुसार, राज्य में अभी भीषण गर्मी का कहर जारी रहेगा। बंगाल की खाड़ी से आ रही पूर्वी हवाओं से एक-दो दिन के लिए उत्तर प्रदेश में पारे में कमी आएगी। गर्मी से लोगों को हल्की राहत मिलने की संभावना है लेकिन, इसके बाद फिर से अधिकतम व न्यूनतम तापमान में वृद्धि होगी। जून में भी तापमान सामान्य से अधिक रहेगा और भीषण गर्मी पड़ेगी।
यूपी में भीषण गर्मी और हीटवेव तथा मौसम विभाग के इस आंकलन के आधार पर ही सीएम योगी ने कहा हैं कि गांव हो या शहर अनावश्यक बिजली कटौती न की जाए और फाल्ट आने पर तत्काल ठीक किया जाए। गांव हो या शहर कहीं भी अनावश्यक बिजली कटौती नहीं होनी चाहिए। जरूरत हो तो अतिरिक्त बिजली खरीदने की व्यवस्था की जाए। ट्रांसफार्मर जलने, तार गिरने और ट्रिपिंग जैसी समस्याओं का बिना विलंब निस्तारण किया जाए।
अधिकारी फोन अटेंड करें, कहीं भी विवाद की स्थिति न बनने पाए, यदि ऐसा हो तो वरिष्ठ अधिकारी तत्काल स्वयं मौके पर पहुंचे. सभी नगर निकायों, ग्रामीण क्षेत्रों में सार्वजनिक स्थानों पर प्याऊ रखवाए जाएं। बाजार में मुख्य मार्गों पर जगह-जगह पेयजल की व्यवस्था हो। इस कार्य में सामाजिक और धार्मिक संस्थाओं का भी सहयोग लिया जाना चाहिए। सड़कों पर नियमित रूप से पानी का छिड़काव कराया जाए। पानी की कमी से अत्यधिक प्रभावित क्षेत्रों में टैंकरों के माध्यम से आपूर्ति सुनिश्चित कराई जाए। पेयजल का अभाव कहीं भी न हो।
यूपी में भीषण गर्मी से हुई 170 से अधिक मौतें
उत्तर प्रदेश में पड़ रही भीषण गर्मी और लू से अब तक 170 से अधिक लोगों को मौते हुई है। बताया जा रहा है कि बुंदेलखंड और मध्य यूपी में गर्मी और लू से 47 लोगों की मौत हुई है। जबकि वाराणसी और आसपास के जिलों में 72 लोगों की जान चली गई है। इनमें सेक्टर मजिस्ट्रेट, हेड कांस्टेबल, तीन रेलकर्मी, होमगार्ड और इंजीनियर भी शामिल हैं।
प्रयागराज में 11, कौशांबी में नौ, प्रतापगढ़ में एक, गोरखपुर में एक बच्ची समेत तीन की मौत होने की सूचना है। अंबेडकरनगर में लू लगने से चार की मौत हुई है। लखनऊ में भी लू की वजह से पांच लोगों की मौत हुई है। गाजियाबाद में एक नवजात समेत चार, आगरा में तीन, रामपुर, लखीमपुर खीरी, पीलीभीत और शाहजहांपुर में एक-एक की मौत हो गई है।