केरल में इंडियन नेशनल लीग के दोनों प्रतिद्वंद्वी खेमे के बीच सुलह
By भाषा | Updated: September 13, 2021 18:31 IST2021-09-13T18:31:23+5:302021-09-13T18:31:23+5:30

केरल में इंडियन नेशनल लीग के दोनों प्रतिद्वंद्वी खेमे के बीच सुलह
कोझिकोड (केरल), 13 सितंबर केरल में सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) के घटक इंडियन नेशनल लीग (आईएनएल) के दोनों गुटों ने सोमवार को सुलह की घोषणा की। पार्टी में महीनों से जारी गुटबाजी के बाद दोनों खेमे के नेता पहली बार एक मंच पर साथ नजर आए।
आईएनएल के अध्यक्ष ए पी अब्दुल वहाब और उनके प्रतिद्वंद्वी महासचिव कासिम इरिक्कूर ने एक साथ मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि मतभेदों को सुलझा लिया गया है और सभी अनुशासनात्मक कार्रवाई वापस ले ली गई है। आईएनएल नेताओं ने पार्टी में उन घटनाएं को दुर्भाग्यपूर्ण बताया, जिसके कारण गतिरोध शुरू हुआ।
आईएनएल के नेताओं ने पादरी जोसफ कल्लारंगट के विवादित बयान ‘लव और नारकोटिक्स जेहाद’ के लिए उनकी निंदा करते हुए इसे दुर्भाग्यपूर्ण कहा। उन्होंने कहा कि इस तरह के बयानों से सांप्रदायिक आधार पर घ्रुवीकरण बढ़ेगा। उन्होंने सरकार से ऐसे बयान के लिए पादरी के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की।
पार्टी में विवाद तब शुरू हुआ जब वहाब ने इरिक्कूर पर अलोकतांत्रिक कार्रवाई का आरोप लगाते हुए उन्हें निष्कासित कर दिया। इरिक्कूर द्वारा कथित तौर पर अपने कुछ वफादारों को पार्टी मामलों से दरकिनार करने के कारण वहाब नाराज थे। इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए 25 जुलाई को कोच्चि में पार्टी के नेताओं की एक बैठक में वाकयुद्ध शुरू हो गया था और दोनों गुटों के समर्थकों के बीच झड़प हुई।
इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग में फूट के बाद 1994 में आईएनएल का गठन हुआ था। पिनराई विजयन के नेतृत्व वाली मौजूदा एलडीएफ सरकार में पहली बार आईएलएन को मंत्री पद मिला।
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