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खुशखबरी: अब बैंक की छुट्टी होने पर भी आपके खाते में आ जाएगी सैलरी, RBI ने किया बड़ा बदलाव

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: June 4, 2021 16:03 IST

नेशनल ऑटोमेटेड क्लियरिंग हाउस (एनएसीएच) को लेकर बड़े बदलाव की घोषणा की है। ये सुविधा अब सप्ताह के सातों दिन उपलब्ध होगी। ऐसे में ग्रहकों समेत अन्य लोगों को कई फायदे मिलेंगे।

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ठळक मुद्देनेशनल ऑटोमेटेड क्लियरिंग हाउस की सुविधा अब सातों दिनआरबीआई ने की घोषणा, बैंक की छुट्टी के दिन भी होगा अब ऑटोमेटिक पेमेंटपेंशन, सैलरी, सब्सिडी तय तारीख पर मिल सकेगा, तमाम बिल आदि भी ऑटोमेटिक प्रणाली से जमा हो सकेंगे

सैलरी आने के दिन ही बैंक हॉलिडे पड़ जाना कई बार कुछ लोगों के लिए मुश्किल भरा अनुभव हो जाता है। हालांकि अब जल्द आपको इस परेशानी से छुटकारा मिलने जा रहा है। भारतीय रिजर्व बैंक आपके लिए एक नई सौगात लेकर आया है। 

इसके तहत अब 1 अगस्त से आपका वेतन, पेंशन, ब्याज, लाभांश और अन्य भुगतान और निवेश नेशनल ऑटोमेटेड क्लियरिंग हाउस (एनएसीएच) के माध्यम से बैंक अवकाश पर भी उपलब्ध होंगे। भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को घोषणा की कि एनएसीएच सुविधा सप्ताह के सभी दिनों में उपलब्ध होगी।

एनएसीएच क्या होता है?

एनएसीएच एनपीसीआई द्वारा संचालित एक थोक भुगतान प्रणाली है। इसके तहत एक से कई लोगों को पैसे ट्रांसफर किेए जा सकते हैं। इसके तहत ब्याज, वेतन, पेंशन, आदि के भुगतान के साथ-साथ बिजली, गैस, टेलीफोन से संबंधित भुगतानों के संग्रह और क्रेडिट हस्तांतरण की सुविधा मिलती है।

NACH के विषय में RBI ने अपने बयान में कहा, 'ग्राहक सुविधा को और बढ़ाने के लिए, और RTGS की 24x7 उपलब्धता का लाभ उठाने के लिए NACH वर्तमान में बैंक के कार्य दिवसों पर उपलब्ध है। NACH को 1 अगस्त, 2021 से प्रभावी सप्ताह के सभी दिनों में उपलब्ध कराने का प्रस्ताव है।'

RBI ने आगे कहा कि इस कदम के साथ, एसआईपी पंजीकरण तेज हो जाएगा क्योंकि एनएसीएच प्रणाली का उपयोग बैंकों के साथ व्यवस्थित निवेश योजनाओं (एसआईपी) को पंजीकृत करने के लिए किया जाता है। 

सातों दिन NACH की सुविधा से ये भी फायदे

वर्तमान में, NACH के माध्यम से SIP को पंजीकृत करने में 2-3 सप्ताह का समय लगता है।  वहीं इस मामले में विशेषज्ञों का कहना है कि एनएसीएच के सप्ताह के सभी दिनों में उपलब्ध होने से इसमें तेजी आएगी। क्योंकि एनएसीएच प्रसंस्करण एसआईपी पंजीकरण के लिए प्रसंस्करण समय में कटौती करेगा और निवेशक अनुभव में सुधार करेगा। एमएफ विशेषज्ञों का कहना है कि इससे एसआईपी की शुरुआत को लेकर जटिलता कम होगी।

ज्ञात हो कि NACH ने 1 मई, 2016 को ECS की जगह ले ली थी, वहीं सुझाव के तौर पर विशेषज्ञों कि मानें तो आपको अपने बैंक खाते से ऑटो डेबिट निर्देश देने के लिए,NACH फ़ंक्शन का उपयोग करना चाहिए। 

बता दें कि म्यूचुअल फंड (एनएसीएच) में व्यवस्थित निवेश योजनाओं (एसआईपी) के लिए राष्ट्रीय स्वचालित क्लियरिंग हाउस के पक्ष में ईसीएस (इलेक्ट्रॉनिक समाशोधन सेवा) नियमों को चरणबद्ध तरीके से हटाया जा रहा है।

टॅग्स :भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई)सैलरी
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