विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 समाप्त करने के भारत के अंदरूनी मामलों के बारे में पाक नेतृत्व के अति गैर-जिम्मेदाराना बयानों की कड़ी निंदा करता है जिसका मकसद क्षेत्र की गंभीर स्थिति की तस्वीर पेश करना है।
मंत्रालय ने साथ ही उम्मीद जतायी कि पाकिस्तान, भारत में हिंसा भड़काना, आतंकवाद फैलाना और घुसपैठ कराना बंद करके ‘‘सामान्य पड़ोसी’’ जैसी व्यवहार करेगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने संवादाताओं से कहा, ‘‘ हम भारत के अंदरूनी मामलों के बारे में पाक नेतृत्व के अति गैर-जिम्मेदाराना बयानों की कड़ी भर्त्सना करते हैं। ऐसे भड़काऊ बयान आ रहे हैं जिसमें भारत में हिंसा को उकसाना और जिहाद का आह्वान करना शामिल है।’’
जम्मू कश्मीर को लेकर पाकिस्तान से आने वाले बयानों के संदर्भ में उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से 40..50 बयान आ गए है। ये ऐसे बयान हैं जो बेहद गैर जिम्मेदाराना हैं। इनका मकसद क्षेत्र में गंभीर स्थिति का माहौल पेश करना है। कुमार ने कहा कि वे (पाकिस्तानी नेतृत्व) मामले को तूल देना चाहते हैं ताकि दुनिया को लगे कि कुछ हो रहा है।
लेकिन वास्तव में स्थिति अलग है, ऐसा कुछ हो ही नहीं रहा है। उनकी (पाकिस्तान) ओर से जो भी कहा जा रहा है, वह झूठ और मनगढंत है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने एक सवाल के जवाब में कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद को सरकारी नीति के हिस्से के रूप में इस्तेमाल कर रहा है । हमने इस बारे में अपनी चिंताओं से अवगत कराया है।
हमें खबर मिली है कि पाकिस्तान आतंकियों को घुसपैठ कराने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान आतंकवादियों पर ठोस कार्रवाई करे ताकि वे दोबारा सीमापर घुसपैठ नहीं कर सके और आतंकवाद को जड़ से समाप्त करना पाकिस्तान का दायित्व भी है।
कुमार ने कहा, ‘‘ हम चाहते हैं कि पाकिस्तान आतंकवादियों की घुसपैठ नहीं कराये बल्कि सामान्य पड़ोसी की तरह व्यवहार करे। सामान्य पड़ोसी ऐसा व्यवहार नहीं करते हैं जैसा कि पाकिस्तान कर रहा है । ’’ एक अन्य सवाल के जवाब में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान द्वारा यूएनएचआरसी को लिखे पत्र को भारत महत्व नही देना चाहता।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि पाकिस्तान ने परमाणु सम्पन्न सतह से सतह तक मार करने वाली ‘गजनवी’ मिसाइल के परीक्षण के बारे में भारत को स्थापित चलन के अनुरूप सूचित किया था । भारत में मानवाधिकार से जुड़े विषयों के बारे में कुछ अंतरराष्ट्रीय संगठनों की चिंताओं पर कुमार ने कहा कि भारत इन अपुष्ट बयानों को पूरी तरह से खारिज करता है। ये तथ्यों पर आधारित नहीं हैं।
जम्मू कश्मीर की स्थिति का जिक्र करते हुए कुमार ने कहा कि अगर आप 5 अगस्त के बाद से अभी की स्थिति को देखें तब इसमें जमीन पर निरंतर सकारात्मक सुधार हुआ है। उस क्षेत्र की तुलना देश के अन्य हिस्से से नहीं करें।
उन्होंने जम्मू कश्मीर के राज्यपाल की ओर से राज्य में सरकारी विभागों में 50 हजार रिक्तियों को भरने सहित सेब के उत्पादन के संबंध में न्यूनतम समर्थन मूल्य, ब्लाक विकास परिषद के चुनाव अक्तूबर में पूरा करने सहित अन्य घोषणाओं का जिक्र किया।
पाकिस्तान की ओर से एयरस्पेश बंद करने की खबर के संबंध में प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान की ओर से इस बारे में आधिकारिक बयान नहीं आया है जिससे इसकी पुष्टि होती हो । उन्होंने कहा कि भारत दक्षिण चीन सागर में नौवहन की स्वतंत्रता एवं अंतरराष्ट्रीय कानून के पालन का पक्षधर है।