रविदास मंदिर के पुनर्निर्माण की मांग को लेकर 30 अगस्त को धरने पर बैठेंगे दलित कार्यकर्ता
By भाषा | Published: August 28, 2019 06:13 AM2019-08-28T06:13:05+5:302019-08-28T06:13:05+5:30
रविदास मंदिर मामलाः दलितों ने 21 अगस्त को मंदिर विध्वंस के खिलाफ प्रदर्शन किया था जिसने हिंसक रूप ले लिया था।
दक्षिणी दिल्ली के तुगलकाबाद इलाके में डीडीए द्वारा गिराए गए रविदास मंदिर के वास्तविक स्थान पर पुनर्निर्माण की मांग को लेकर दलित कार्यकर्ता 30 अगस्त को जंतर मतर पर बेमियादी धरने पर बैठेंगे। दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर 10 अगस्त को रविदास मंदिर गिरा दिया था।
इसके बाद दलितों ने 21 अगस्त को मंदिर विध्वंस के खिलाफ प्रदर्शन किया था जिसने हिंसक रूप ले लिया था। गुरु रविदास जयंती समारोह समिति ने भीम आर्मी प्रमुख चन्द्रशेखर आजाद समेत उन 96 लोगों की बिना शर्त रिहाई की मांग की जो मंदिर गिराए जाने के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान कथित रूप से हिंसक गतिविधियों में शामिल थे।
संत सुखदेव वाघमारे महाराज ने पत्रकारों से कहा, "अगर भूमि के कानूनी मालिक गुरू रविदास जयंती समारोह समिति को भूमि वापस नहीं दी गई और समिति द्वारा मंदिर को उसके वास्तविक स्थान पर बहाल नहीं किया गया, तो हम 30 अगस्त से जंतर मंतर पर अनिश्चितकालीन धरना देंगे।"
उन्होंने कहा कि कुछ "बाहरी लोगों" ने 21 अगस्त को अवरोध पैदा किया था। उन्होंने कहा, "प्रदर्शनकारी शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन कुछ बाहरी लोगों ने हिंसा भड़काई और हमारे बच्चों को गिरफ्तार कर लिया गया। हम चाहते हैं कि उन्हें बिना शर्त रिहा किया जाए।