आर्थिक मंदी पर कांग्रेस के प्रदर्शन से पहले विदेश चले गए राहुल गांधी, रणदीप सुरजेवाला ने दी यह सफाई
By रोहित कुमार पोरवाल | Updated: October 30, 2019 15:06 IST2019-10-30T14:51:55+5:302019-10-30T15:06:54+5:30
भारत में आर्थिक मंदी को लेकर कांग्रेस नरेंद्र मोदी सरकार को घेरने की तैयारी कर रही है। इससे पहले पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष और वायनाड से सांसद राहुल गांधी विदेश यात्रा पर चले गए हैं। राहुल के विदेश दौरे को लेकर कांग्रेस पार्टी आलोचकों के निशाने पर आ गई है।

वायनाड सांसद राहुल गांधी। (फाइल फोटो)
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और केरल के वायनाड से मौजूदा सांसद राहुल गांधी के विदेश जाने को लेकर पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने सफाई पेश की है। सुरजेवाला ने कहा, ''राहुल गांधी पूर्व में समय-समय पर ध्यान अवकाश पर विदेश जाते रहे हैं, जिसे लेकर वह वहां हैं।''
नरेंद्र मोदी सरकार को आर्थिक मंदी को लेकर घेरने को लेकर उन्होंने कहा कि कांग्रेस के प्रदर्शन का पूरा कार्यक्रम राहुल गांधी के दिशा निर्देश और मश्विरे के आधार पर तय किया गया है।
R Surjewala,Congress: Rahul Gandhi has gone in the past from time to time on a meditational visit, on which he is currently there, this entire programme (35 PCs from 1-8 Nov against Central govt over economic situation) was drafted as per his direction & in consultation with him. pic.twitter.com/5Y4bK2XjCB
— ANI (@ANI) October 30, 2019
बता दें कि मोदी सरकार के घेरने के लिए कांग्रेस ने रणनीति बनाई है। इसके तहत पार्टी एक से 8 नवंबर तक 35 प्रेस वार्ताएं आयोजित करेगी। इसके अलावा कांग्रेस ने 5 नवंबर से 15 नवंबर वर्तमान आर्थिक हालात को लेकर प्रदर्शन करने का भी फैसला किया है।
सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी कांग्रेस का प्रदर्शन शुरू होने से पहले भारत वापसी करेंगे। वह नवंबर के पहले हफ्ते में स्वदेश लौटेंगे और कांग्रेस के प्रदर्शन और प्रेस वार्ता संबंधी कार्यक्रम में शामिल होंगे।
कांग्रेस की रणनीति के मुताबिक, 5 से 15 नवंबर के कार्यक्रमों को पार्टी के वरिष्ठ नेता संबोधित करेंगे। कांग्रेस के प्रदर्शन जिला और राज्य स्तर पर किए जाएंगे।
राजधानी दिल्ली में विशेष ध्यान दिया जाएगा और प्रदर्शन व्यापक तौर पर किए जाएंगे ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने पिछले 23 अक्टूबर एक बयान में कहा था कि विरोध-प्रदर्शन जिलों में और राज्यों की राजधानी में आयोजित किये जाएंगे।
बता दें कि कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आगामी दो नवंबर को पार्टी के महासचिवों और प्रभारियों की बैठक बुलाई है जिसमें अर्थव्यवस्था में सुस्ती, सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों की बुरी हालत और बेरोजगारी जैसे कुछ प्रमुख मुद्दों को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार को घेरने की रणनीति पर चर्चा की जाएगी।