Ramadan 2020: चांद दिखा, शनिवार को पहला रोज़ा, रमजान का महीना कल से, नमाज़ और तरावीह घरों में ही पढ़ें
By भाषा | Updated: April 24, 2020 20:05 IST2020-04-24T19:41:56+5:302020-04-24T20:05:02+5:30
मरकज़ी चांद कमेटी फरंगी महल के सदर एवं इमाम ईदगाह लखनऊ मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली काज़ी-ए-शहर ने ऐलान किया है कि आज 24 अप्रैल 2020 को रमज़ानुल मुबारक का चांद हो गया है: मरकज़ी चांद कमेटी

बुखारी ने कहा, '' दो दिन बाद रमजान मुबारक की शुरुआत हो रही है। नमाज और तरावीह घरों में ही अदा की जानी चाहिए। (file photo)
नई दिल्लीः दिल्ली समेत पूरे देश में रमज़ान का मुकद्दस महीना शनिवार से शुरू होगा। दिल्ली समेत देश के अलग-अलग हिस्सों में शुक्रवार शाम रमज़ान का चांद नजर आ गया।
उलेमा ने कोरोना वायरस को देखते हुए मुस्लिम समुदाय से घरों में ही इबादत करने की अपील की है। दिल्ली की फतेहपुरी मस्जिद के शाही इमाम मुफ्ती मुकर्रम अहमद ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘मैं ऐलान करता हूं कि दिल्ली में कल पहला रोज़ा होगा।“ मुस्लिम संगठन इमरात-ए-शरिया-हिंद ने एक बयान में बताया कि रूयत-ए-हिलाल कमेटी की राष्ट्रीय राजधानी में शुक्रवार शाम हुई बैठक में इस बात की पुष्टि हुई कि दिल्ली में चांद नजर आया है। इसके अलावा देश के कई हिस्सों में भी चांद दिखा है।
कमेटी के सचिव मौलाना मुइजुद्दीन ने ऐलान किया, “25 अप्रैल 2020 को रमज़ान के महीने की पहली तारीख होगी। ‘ मुफ्ती मुकर्रम ने कहा, “बिहार, कोलकाता, रांची और हरियाण समेत कई स्थानों पर चांद दिखा है।“ जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने भी शनिवार को पहला रोजा होने का ऐलान किया और मुस्लिम समुदाय को रमजान की मुबारकबाद दी। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन इसलिए लागू है ताकि लोग घरों में रहें और जितनी हो सके उतनी एहतियात बरतें। पुरानी दिल्ली और यमुनापार की कई मस्जिदों ने भी शनिवार को पहला रोजा होने का ऐलान किया। साथ में मस्जिदों से यह भी ऐलान किया कि इस बार रमजान में मस्जिदों में तरावही नहीं होगी और लोग अपने घरों में इबादत करें।
मुफ्ती मुकर्रम ने कहा कि मुस्लिम समुदाय के सदस्य कोरोना वायरस को रोकने के लिए लागू लॉकडाउन का पालन करें और नमाज़ और तरावीह (रमज़ान में रात में पढ़ी जाने वाली विशेष नमाज़) घरों में ही पढ़ें। उन्होंने कहा कि रोज़ा रखना सबपर फर्ज है, इसलिए ज्यादा से ज्यादा लोग रोज़ा रखें और इबादत करें तथा दुआ मांगें। गौरतलब है कि देश में कोरोना वायरस महामारी की वजह से लॉकडाउन लागू है। इस वजह से लोगों के जमा होने पर पाबंदी है और मस्जिदें बंद हैं।
लॉकडाउन की वजह से रमज़ान के महीने की वैसी रौनक नहीं हैं, जैसी हर साल देखने को मिलती हैं। यमुनापार के मुस्लिम बहुल इलाके जाफराबाद में शाम के वक्त लोग जरूरी समान की खरीदारी करने घरों से निकले। इलाके में रहने वाले 35 साल के मुईन ने कहा , “ रमज़ान के महीने की रौनक इस बार पहले जैसी नहीं है। कोरोना वायरस की वजह से ज्यादातर दुकानें बंद हैं। हम सेहरी (सूरज निकलने से पहले जो कुछ खाते पीते है) के लिए दूध और खजला और फहनी लेने घर से निकला हूं, लेकिन ज्यादातर दुकानें बंद हैं और जहां यह मिल रही हैं, वहां महंगी है और दुकानों पर भीड़ है।
“ इलाके में ही जींस बनाने के एक कारखाने में काम करने वाल अरसलान ने कहा “लॉकडाउन की वजह से कारखाना बंद है तो कमाई नहीं हो रही है। हर साल मस्जिदों में इफ्तार होता, लेकिन मस्जिद बंद हैं तो इफ्तार को लेकर भी फिक्रमंद हैं कि अब इफ्तार कहां करेंगे। “ रमज़ान मुसलमानों के लिए सबसे पाक महीना होता है। समुदाय के सदस्य पूरे महीने रोज़ा रखते हैं और सूरज निकलने से लेकर डूबने तक कुछ नहीं खाते पीते हैं। साथ में महीने भर इबादत करते हैं और अपने गुनाहों की माफी मांगते हैं।
मरकज़ी चांद कमेटी फरंगी महल के सदर एवं इमाम ईदगाह लखनऊ मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली काज़ी-ए-शहर ने ऐलान किया है कि आज 24 अप्रैल 2020 को रमज़ानुल मुबारक का चांद हो गया है: मरकज़ी चांद कमेटी pic.twitter.com/H8BAyvhher
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 24, 2020
रमजान में एनजीटी के दिशानिर्देशों के अनुसार दी जा सकती है अज़ान : दिल्ली पुलिस
दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) के दिशानिर्देशों के अनुसार अजान दी जा सकती है। इसके साथ ही पुलिस ने लोगों से अनुरोध किया कि वे 25 अप्रैल से शुरू होने वाले रमज़ान के पवित्र महीने में लॉकडाउन मानदंडों का पालन करें पुलिस की यह अपील सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आने के कुछ देर बाद की गयी है जिसमें दो पुलिसकर्मी लोगों से कथित तौर पर कह रहे हैं कि उप-राज्यपाल के आदेश के अनुसार लॉकडाउन के दौरान अज़ान की अनुमति नहीं है।
हालांकि दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने स्पष्ट किया कि अज़ान पर कोई प्रतिबंध नहीं है। सिसोदिया ने ट्वीट किया, "लॉकडाउन के दौरान मस्जिदों में या किसी अन्य धार्मिक स्थान पर लोगों के एकत्र होने पर पूर्ण प्रतिबंध है।" दिल्ली पुलिस ने लोगों से रमज़ान के दौरान घर पर नमाज पढने को कहा। उसने ट्वीट किया कि रमजान का पवित्र महीना 25 अप्रैल से शुरू हो रहा है। हम उम्मीद करते हैं कि रोजा और नमाज पढ़ने के दौरान सभी लोग दिशानिर्देशों के अनुसार लॉकडाउन का पालन करेंगे।
इसमें कहा गया है कि एनजीटी के दिशा-निर्देशों के अनुसार अज़ान दी जा सकती है। पुलिस ने अनुरोध किया है कि नमाज घरों के अंदर रहकर अदा की जाए और सहरी भी घर में होनी चाहिए। उपराज्यपाल अनिल बैजल ने ट्विटर पर दिल्ली पुलिस की पोस्ट को साझा किया और लिखा, "लॉकडाउन दिशानिर्देशों का पालन करते हुए रमजान मनाएं।’’ आप विधायक अमानतुल्लाह खान ने अपने ट्विटर हैंडल पर वीडियो को टैग करते हुए सवाल किया कि क्या उपराज्यपाल ने पुलिस को रमज़ान के दौरान अज़ान पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया था। ओखला के विधायक ने कहा कि उन्होंने दिल्ली पुलिस आयुक्त से बात की और वह इस मामले को देख रहे हैं। उन्होंने कहा, "एलजी साहब से मेरा अनुरोध है कि दिल्ली को और घाव न दें। हम सब एक साथ रहना चाहते हैं।"