शिवसेना ने BJP पर बोला हमला, कहा-हमने 17 मिनट में बाबरी तोड़ दी, तो कानून बनाने में कितना टाइम लगता?
By रामदीप मिश्रा | Updated: November 23, 2018 16:19 IST2018-11-23T16:19:57+5:302018-11-23T16:19:57+5:30
शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ के एक संपादकीय में लिखा, 'सत्ता में बैठे लोगों को शिवसैनिकों पर गर्व होना चाहिए जिन्होंने रामजन्मभूमि में बाबर राज को खत्म कर दिया। शिवसेना ने कहा कि वह चुनाव के दौरान न तो भगवान राम के नाम पर वोटों की भीख मांगती है और न ही जुमलेबाजी करती है।'

शिवसेना ने BJP पर बोला हमला, कहा-हमने 17 मिनट में बाबरी तोड़ दी, तो कानून बनाने में कितना टाइम लगता?
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे राम मंदिर निर्माण की मांग को लेकर 25 नवंबर को अयोध्या का दौरा करने जा रहे हैं। इस बीच राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। बताया जा रहा है कि आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए राजनीतिक पार्टियां राम मंदिर मुद्दे को भुनाना चाहती हैं। वहीं, हिन्दुत्व वादी संगठनों का कहना है कि 2019 से पहले राम मंदिर का निर्माण शुरू हो जाएगा।
इन सब के बीच केंद्र की मोदी सरकार में सहयोगी शिवसेना ने राम मंदिर निर्माण को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है। शिवसेना से सांसद संजय राउत ने कहा, 'हमने 17 मिनट में बाबरी तोड़ दी, तो कानून बनाने में कितना टाइम लगता है? राष्ट्रपति भवन से लेकर उत्तर प्रदेश तक बीजेपी की सरकार है।'
आगे उन्होंने कहा, 'राज्य सभा में ऐसे बहुत सांसद हैं जो राम मंदिर के साथ खड़े रहेंगे, जो विरोध करेगा उसका देश में घूमना मुश्किल होगा।'
Humne 17 minute mein Babri tod di, to kanoon banane mein kitna time lagta hai?Rashtrapati Bhawan se lekar UP tak BJP ki sarkar hai. Rajya Sabha mein aise bahot sansad hai jo Ram mandir ke saath khade rahenge,jo virodh karega uska desh mai ghumna mushkil hoga:Sanjay Raut,Shiv Sena pic.twitter.com/62zlo0eZJ5
— ANI (@ANI) November 23, 2018
इसके अलावा शिवसेना ने शुक्रवार को बीजेपी से अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर अध्यादेश लाने और तारीख की घोषणा करने के लिए कहा। शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ के एक संपादकीय में लिखा, 'सत्ता में बैठे लोगों को शिवसैनिकों पर गर्व होना चाहिए जिन्होंने रामजन्मभूमि में बाबर राज को खत्म कर दिया। शिवसेना ने कहा कि वह चुनाव के दौरान न तो भगवान राम के नाम पर वोटों की भीख मांगती है और न ही जुमलेबाजी करती है।'
संपादकीय में लिखा है, 'हमारे अयोध्या दौरे को लेकर खुद को हिंदुत्व समर्थक कहने वालों के पेट में दर्द क्यों हो रहा है? हम राजनीतिक मकसद से वहां नहीं जा रहे हैं।' शिवसेना ने दावा किया कि उसने 'चलो अयोध्या' का नारा नहीं दिया है। अयोध्या किसी की निजी जगह नहीं है। शिवसैनिक वहां भगवान राम के दर्शन करने जा रहे हैं।'
संपादकीय में ये भी कहा गया है, 'अयोध्या में अब रामराज नहीं सुप्रीम कोर्ट का राज है। 1992 में बालासाहेब के शिवसैनिकों ने रामजन्मभूमि में बाबर राज को तबाह कर दिया था। फिर भी सत्ता में बैठे लोग उन शिवसैनिकों पर गर्व करने के बजाय उनसे डर और जलन महसूस कर रहे हैं। अयोध्या जा रहे शिवसैनिकों पर तोहमत लगाने की जगह सरकार को मंदिर निर्माण के लिए तारीख बताकर संदेह खत्म करना चाहिए।'
संपादकीय में कहा गया है, 'आप राम मंदिर के निर्माण की तारीख क्यों तय नहीं कर रहे हैं? अगर मंदिर निर्माण का मु्द्दा आपके हाथ से निकल गया तो 2019 में आपकी रोजी-रोटी के अलावा कई लोगों की जुबान बंद हो जाएगी।'
(समाचार ऐजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)