अयोध्या में माहौल बिगड़ने की आशंका से हिंदू-मुस्लिम चिंतित, व्यापारियों ने की शिवसेना और वीएचपी के विरोध की तैयारी
By आदित्य द्विवेदी | Updated: November 23, 2018 08:37 IST2018-11-23T08:37:08+5:302018-11-23T08:37:08+5:30
छह दिसम्बर 1992 को अयोध्या में बाबरी मस्जिद ढहा दी गई थी जिसके बाद देश में बड़े स्तर पर दंगे भड़क गये थे। अध्यादेश के जरिये रामजन्मभूमि में मंदिर निर्माण के लिए दक्षिणपंथी हिन्दू संगठनों के स्वर तेज हो गये है।

अयोध्या में माहौल बिगड़ने की आशंका से हिंदू-मुस्लिम चिंतित, व्यापारियों ने की शिवसेना और वीएचपी के विरोध की तैयारी
पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं और 2019 के लोकसभा चुनाव सिर पर हैं। ऐसे में राम मंदिर मुद्दा एकबार फिर गरमाया है। मंदिर आंदोलन को लेकर विश्व हिंदू परिषद की गतिविधियों से भी स्थानीय लोगों में माहौल बिगड़ने की आशंका है। इसके मद्देनजर तमाम हिंदू और मुस्लिम परिवारों ने घरों में राशन भरना शुरू कर दिया है। दूसरी तरफ व्यापारी वर्ग ने विश्व हिंदू परिषद की प्रस्तावित धर्मसभा और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे की यात्रा का विरोध करने का फैसला किया है। प्रशासन ने एहतियातन शहर में धारा 144 लागू कर दी है।
संयुक्त व्यापार मंडल ने गुरुवार को कहा कि वीएचपी की धर्मसभा का विरोध करेगी और मुंबई से यहां आ रहे शिव सेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को काला झंडा दिखाएगी। गौरतलब है कि 6 दिसंबर 1992 को बाबरी मस्जिद विध्वंस किया था जिससे कई दिनों तक अयोध्या का माहौल तनावपूर्ण रहा था। दोबारा ऐसा घटना की आशंका के मद्देनजर व्यापारियों ने वीएचपी के रोड शो का बहिष्कार करने का भी फैसला किया है।
चुनाव के पहले उठता है राम मंदिर मुद्दा
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि हर चुनाव के पहले राम मंदिर मुद्दे को हवा दी जाती है। उन्होंने हैरानी जतायी कि ‘मंदिर वहीं बनेगा’ नारे के साथ कब तक लोगों को मूर्ख बनाया जाता रहेगा? ठाकरे ने कहा कि 25 नवंबर को अयोध्या की यात्रा के दौरान वह जवाब मांगेगे कि कितने और चुनाव तक लोगों को इस नारे से मूर्ख बनाया जाएगा। शिवसेना प्रमुख ठाकरे ने अयोध्या दौरे के लिए बृहस्पतिवार को पुणे के शिवनेरी किले से मिट्टी ली। ठाकरे ने मुंबई में शिवसेना की विजयादशमी रैली के दौरान ऐलान किया था कि वह मिट्टी लेकर 25 नवंबर को अयोध्या जाएंगे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से राम मंदिर के निर्माण को लेकर सवाल करेंगे।
अयोध्या में ‘महा यज्ञ’ करने की योजना
एक हिंदू संगठन ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए एक से छह दिसम्बर तक इस पवित्र शहर में ‘महायज्ञ’ किया जायेगा। दिल्ली के विश्व वेदांत संस्थान ने कहा कि देशभर से बड़ी संख्या में संत ‘यज्ञ’ के लिए अयोध्या में एकत्र होंगे। संगठन के संस्थापक स्वामी आनंद महाराज ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा,‘‘अधिकतर भारतीय लोगों की भावनाएं इस मंदिर के साथ जुड़ी हुई है। इसलिए हम एक दिसम्बर से छह दिसम्बर तक अयोध्या में ‘अश्वमेध यज्ञ’ आयोजित करने जा रहे है।’’
छह दिसम्बर,1992 को अयोध्या में बाबरी मस्जिद ढहा दी गई थी जिसके बाद देश में बड़े स्तर पर दंगे भड़क गये थे। अध्यादेश के जरिये रामजन्मभूमि में मंदिर निर्माण के लिए दक्षिणपंथी हिन्दू संगठनों के स्वर तेज हो गये है।
समाचार एजेंसी पीटीआई -भाषा से इनपुट्स लेकर