Ram Mandir Ayodhya: सीएम योगी आदित्यनाथ 1 जून को रखेंगे राम मंदिर के 'गर्भ ग्रह' की आधारशिला, 2023 तक पूजा के लिए तैयार होगा मंदिर
By रुस्तम राणा | Published: May 26, 2022 07:38 PM2022-05-26T19:38:43+5:302022-05-26T19:47:29+5:30
बीजेपी के सूत्र ने ANI को बताया, "यूपी के सीएम 'गर्भ गृह' की आधारशिला रखेंगे। यह भगवान राम के भक्तों के लिए एक बहुत बड़ी और शुभ बात है। मुख्यमंत्री के अलावा इस मौके पर कई अन्य मंत्री और यूपी के नेता भी मौजूद रहेंगे।"
लखनऊ: अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर के गर्भ ग्रह की आधारशिला राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 1 जून को रखेंगे। मंदिर ट्रस्ट हर हाल में 29 मई तक इसकी तैयारी पूरी करने की कोशिश में लगा है। किसी मंदिर परिसर में गर्भ ग्रह बेहद ही पवित्र स्थान होता है। यहीं पर मंदिर के मुख्य देवता को स्थापित की जाती है।
न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बात करते हुए, राज्य के भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सूत्र ने कहा, "यूपी के सीएम 'गर्भ गृह' की आधारशिला रखेंगे। यह भगवान राम के भक्तों के लिए एक बहुत बड़ी और शुभ बात है। मुख्यमंत्री के अलावा इस मौके पर कई अन्य मंत्री और यूपी के नेता भी मौजूद रहेंगे।"
उन्होंने कहा, "राम मंदिर निर्माण कार्य तेज गति से आगे बढ़ रहा है। जैसा कि हमने वादा किया था, हम 2023 के अंत तक राम लला फ्लोर को पूरा कर लेंगे।" राम मंदिर का निर्माण कार्य 5 अगस्त, 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आधारशिला रखने के साथ शुरू हुआ था।
इससे पहले, मंदिर प्राधिकरण ने कहा कि दिसंबर 2023 तक, मंदिर की निचली मंजिल, जिसमें गर्भगृह और राम लला की मूर्ति होगी, पूजा के लिए तैयार हो जाएगी। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉक्टर अनिल मिश्र के मुताबिक सीएम योगी मुख्य मंदिर के 403 वर्गफुट क्षेत्र के गर्भ गृह की आधार शिला रखेंगे।
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री 1990 में शुरू हुई राममंदिर की कार्यशाला में तराशी गई शिला का पूजन कर गर्भ गृह निर्माण का शुभारंभ करेंगे। गर्भ गृह के जिन पत्थरों का पूजन के बाद मंदिर में संयोजन शुरू होगा, उन पत्थरों ने भी मंदिर निर्माण के लिए लंबा इंतजार सहा है।
राममंदिर निर्माण को लेकर मंदिर आंदोलन के साथ पत्थर तराशी का कार्य सितंबर 1990 में दो कारीगरों ने प्रारंभ किया था। उस समय मंदिर आंदोलन उभार पर तो था किंतु मंदिर निर्माण की संभावना दूर की कौड़ी थी।