Ram Mandir Ayodhya: राम मंदिर में 'प्राण प्रतिष्ठा' के बाद लगा भक्तों का रेला, मंदिर का कपाट खुलते ही दर्शनार्थियों की लगी भारी भीड़
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: January 23, 2024 08:55 AM2024-01-23T08:55:30+5:302024-01-23T09:01:43+5:30
रामलला के भव्य 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह के एक दिन बाद मंगलवार की सुबह श्रीराम का दर्शन करने के लिए भक्तों का अथाह सागर उमड़ पड़ा।
अयोध्या: रामलला के भव्य 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह के एक दिन बाद मंगलवार की सुबह श्रीराम का दर्शन करने के लिए भक्तों का अथाह सागर उमड़ पड़ा। जानकारी के अनुसार राम मंदिर के कपाट दर्शन के लिए जैसे ही खुले, पूजा-अर्चना के लिए हजारों भक्तों का जत्था लाइन में लग गया।
समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद पहली सुबह नई रामलला की पावन मूर्ति के दर्शन के लिए भक्त सुबह 3 बजे से बड़ी संख्या में एकत्र हुए।
बीते सोमवार को ही अयोध्या में रामलला की 'प्राण प्रतिष्ठा' के लिए सनातन पद्धति से कार्यक्रम का आयोजन हुआ था, जिसमें पुजारियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुख्य अनुष्ठान संपन्न कराया।
मंदिर समारोह पूर्ण होने के बाद भगवान राम लला के दर्शन के इच्छुक भक्तों के लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र वेबसाइट की ओर से विशिष्ट टाइम स्लॉट दिये गये थे। बताया जा रहा है कि मंदिर में दर्शन के लिए सुबह का स्लॉट सुबह 7 बजे से 11:30 बजे तक निर्धारित है और दोपहर का टाइम स्लॉट दोपहर 2 बजे से शाम 7 बजे तक रखा गया है।
वहीं प्रभु राम की 'आरती' के समय के लिए सुबह 6:30 बजे जागरण और श्रृंगार का समय तय है और शाम में 7:30 बजे संध्या आरती का समय नियत किया गया है। ट्रस्ट की ओर से कहा गया है कि कोई भी व्यक्ति 'आरती' के लिए ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरह से पास प्राप्त कर सकता है। ऑफ़लाइन पास श्री राम जन्मभूमि के कैंप कार्यालय में उपलब्ध हैं, जिसे प्राप्त करने के लिए व्यक्ति के पास वैध सरकारी पहचान प्रमाण होना चाहिए।
मालूम हो कि भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा समारोह सोमवार दोपहर 12.29 बजे आयोजित किया गया। मेगा इवेंट तक पहुंचने वाली औपचारिक यात्रा में सात दिवसीय अनुष्ठान शामिल था जो 16 जनवरी को शुरू हुआ था। समारोह में विभिन्न आदिवासी समुदायों के प्रतिनिधियों सहित सभी क्षेत्रों के लोगों ने भाग लिया। प्रमुख आध्यात्मिक और धार्मिक संप्रदाय के नेता को भी अभिषेक समारोह में आमंत्रित किया गया था।
श्रीराम का मंदिर पारंपरिक नागर शैली में निर्मित हुआ है। श्री राम जन्मभूमि मंदिर की लंबाई पूर्व से से पश्चिम में 380 फीट और 250 फीट है। मंदिर जमीन से 161 फीट ऊपर है और कुल 392 स्तंभों पर खड़ा है। इसके अलावा मंदिर में कुल 44 दरवाजें हैं। मंदिर के स्तंभों और दीवारों पर हिंदू देवी-देवताओं और देवी-देवताओं का चित्रण किया गया है। इसी राम मंदिर के गर्भगृह में बाल स्वरूप भगवान राम विराजमान हैं।