राज्यसभा चुनाव: सुभाष चंद्रा ने क्रॉस वोटिंग का दावा किया, भाजपा और कांग्रेस ने एक-दूसरे पर खरीद-फरोख्त की शिकायत दर्ज कराई
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: June 8, 2022 07:29 AM2022-06-08T07:29:21+5:302022-06-08T07:40:28+5:30
राजस्थान की 200 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस अपने 108 विधायकों के दम पर उच्च सदन की दो सीट व भाजपा 71 विधायकों के बल पर राज्यसभा की एक सीट आराम से जीत सकती है। इसके बाद चौथी सीट के लिए कांग्रेस के पास 26 अधिशेष व भाजपा के पास 30 अधिशेष वोट होंगे और जीत के लिए 41 विधायकों के समर्थन की जरूरत है।
जयपुर: राज्यसभा चुनाव में राजस्थान की सीट के लिए भाजपा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार सुभाष चंद्रा के आठ विधायकों द्वारा उनके पक्ष में क्रास वोटिंग का दावा किये जाने पर सत्तारूढ कांग्रेस ने मंगलवार की देर रात सुभाष चंद्रा और भाजपा नेताओं के खिलाफ खरीद फरोख्त के प्रयासों के लिये प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की।
इससे पहले भाजपा ने राजस्थान में राज्यसभा की चार सीटों पर 10 जून को होने वाले चुनाव के दौरान विधायकों की ‘खरीद फरोख्त’ की आशंका जताते हुए काले धन के उपयोग को रोकने के क्रम में ईडी और राज्य निर्वाचन आयोग को मंगलवार को पत्र लिखा था।
हालांकि, राजस्थान सरकार के मुख्य सचेतक महेश जोशी ने भाजपा की ओर से ईडी में की गई शिकायत को मंगलवार को हास्यास्पद बताते हुए आरोप लगाया था कि यह भाजपा ही है जो राज्यसभा चुनाव के लिये विधायकों की ‘खरीद फरोख्त’ में शामिल है। जोशी ने कहा कि भाजपा के इस कदम का उद्देश्य राज्यसभा चुनाव के दौरान ईडी को राज्य में प्रवेश कराना है।
कांग्रेस विधायक दल के उप मुख्य सचेतक महेन्द्र चौधरी ने मुख्य चुनाच आयुक्त को पत्र भेजकर निर्दलीय उम्मीदवार सुभाष चंद्रा, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां और भाजपा विधायक दल के नेता और अन्य नेताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास तीन सीटों पर जीत दर्ज करने के लिये 123 वोटो के मुकाबले 126 वोट है जबकि सुभाष चंद्रा के पास 33 वोट है और उन्हें जीतने के लिये आठ विधायको के वोटो की कमी है लेकिन मंगलवार को उन्होंने एक प्रेस कांफ्रेस में दावा किया कि उन्हें चार विधायकों का पहले ही समर्थन प्राप्त है और आठ विधायक उनके पक्ष में क्रास वोटिंग करेंगे।
चौधरी ने कहा कि भाजपा और सुभाष चंद्रा सीट पर जीत दर्ज करने के लिये केन्द्रीय सरकारी एजेंसियों जैसे प्रवर्तन निदेशायलय द्वारा कार्रवाई करने की धमकी दे कर डराया जा रहा है। इसलिये पार्टी की ओर से ईडी को शिकायत दी गई है।
राजस्थान में 10 जून को चार राज्यसभा सीटों के चुनाव के लिये कांग्रेस ने तीन उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे है। जबकि भाजपा ने एक उम्मीदवार चुनाव में उतारा है।वहीं भाजपा और आरएलपी ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे मीडिया कारोबारी सुभाष चंद्रा को समर्थन दिया है।
ये हैं उम्मीदवार
भाजपा ने पूर्व मंत्री घनश्याम तिवारी को चुनाव मैदान में उतारा है और निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल करने वाले मीडिया कारोबारी चंद्रा को पार्टी ने समर्थन दिया है। कांग्रेस ने तीन उम्मीदवारों रणदीप सुरजेवाला, मुकुल वासनिक और प्रमोद तिवारी को उच्च सदन के चुनाव के लिए टिकट दिया है।
यह है गणित
राजस्थान की 200 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस अपने 108 विधायकों के दम पर उच्च सदन की दो सीट व भाजपा 71 विधायकों के बल पर राज्यसभा की एक सीट आराम से जीत सकती है। इसके बाद चौथी सीट के लिए कांग्रेस के पास 26 अधिशेष व भाजपा के पास 30 अधिशेष वोट होंगे और जीत के लिए 41 विधायकों के समर्थन की जरूरत है।