राजनाथ सिंह ने कहा- LAC पर चीन ने जुटाए सैनिक व गोला बारूद, हमारी सेना भी तैयार
By अनुराग आनंद | Published: September 15, 2020 03:38 PM2020-09-15T15:38:53+5:302020-09-15T15:42:25+5:30
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि यह भी बताना चाहता हूं कि अभी तक भारत-चीन के बॉर्डर इलाके में कॉमनली डेलीनिएटिड LAC नहीं है और LAC को लेकर दोनों की धारणा अलग-अलग है।
नई दिल्ली: भारत के गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि LAC पर चीन ने सैनिक व गोला बारूद जुटा लिए हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारी सेना भी तैयार है। लोकसभा में रक्षामंत्री ने कहा कि यह सदन अवगत है चाईना, भारत की लगभग 38,000 स्क्वायर किलोमीटर भूमि का अनधिकृत कब्जा लद्दाख में किए हुए है।
इसके अलावा, 1963 में एक तथाकथित बाउंडरी एग्रीमेंट के तहत, पाकिस्तान ने PoK की 5180 स्क्वायर किलोमीटर भारतीय जमीन अवैध रूप से चाईना को सौंप दी है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि यह भी बताना चाहता हूं कि अभी तक भारत-चीन के बॉर्डर इलाके में कॉमनली डेलीनिएटिड LAC नहीं है और LAC को लेकर दोनों की धारणा अलग-अलग है।
यह भी बताना चाहता हूँ कि अभी तक भारत-चीन के बॉर्डर इलाके में कॉमनली डेलीनिएटिड LAC नहीं है और LAC को लेकर दोनों की धारणा अलग-अलग है:
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 15, 2020
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह https://t.co/SzB7q2mpyW
बता दें कि संसद में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि एलएसी पर शांति रखते हुए चीन के साथ वार्ता जारी है। रक्षा मंत्री ने कहा कि चीन के साथ सीमा विवाद काफी जटिल मुद्दा है। एलएसी पर दोनों देशों की अलग-अलग राय है।
रक्षा मंत्री ने कहा कि हमारी सेनाओं ने मई-जून में चीन के सीमा बदलने के प्रयास का मुंहतोड़ जवाब दिया। हमारी सेना ने चीन की इस मंशा को पहले ही भांप लिया था। चीन की तरफ से इस मुद्दे पर गंभीरता की साथ डील किया जाना चाहिए।
चीन ने गलवान के बाद पैंगोग में भी सीमा को बदलने का प्रयास किया था, लेकिन हमारी सेना ने इस प्रयास को भी विफल कर दिया था। राजनाथ सिंह ने कहा कि मैं सदन को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हमारी सेना डटकर स्थिति का मुकाबला कर रही है।
राजनाथ ने कहा कि कोविड-19 के संकटकालीन समय में आईटीबीपी बहादुरी से डटी हुई है। हमारी सरकार ने बॉर्डर इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में विकास के लिए अधिक पैसा आवंटित किया है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत शांतिपूर्ण बातचीत के जरिए विवाद का हल चाहता है। राजनाथ सिंह ने कहा कि मैं 4 सितंबर को चीन के प्रतिनिधियों से मिला था और हमने भारतीय पक्ष को मजबूती के साथ रखा।