जालोर में उल्कापिंड गिरने से सनसनी, 5 फीट गहरा जमीन में धंसा, धमका, लोग उमड़े, 2.788 किलोग्राम वजनी
By धीरेंद्र जैन | Updated: June 19, 2020 17:24 IST2020-06-19T17:24:48+5:302020-06-19T17:24:48+5:30
पुलिस ने बताया कि सवेरे लगभग सात बजे गायत्री कॉलेज के पास आसमान से तेज आवाज के साथ एक चमकदार पत्थर गिरने की सूचना मिली। मौके पर जाकर देखने पर काले रंग का धातु जैसा एक टुकड़ा जमीन में लगभग 4-5 फीट गहरा धंसा हुआ दिखाई दिया और तब तक यह काफी गर्म था।

उल्कापिंड के ठंडा होने पर पुलिस ने उसे कांच के एक जार में रखवा दिया है।
जयपुरः जालोर के सांचैर कस्बे में शुक्रवार सुबह एक उल्कापिंड गिरने से सनसनी फैल गई। उल्कापिंड को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग उमड़ पड़े। बाद में उल्कापिंड को वहां से हटाकर सुरक्षित जगह पर रखवाया गया। धातु की तरह से नजर आ रहा यह उल्कापिंड 2.788 किलोग्राम वजनी है।
सांचैर में गिरे उल्कापिंड का अध्ययन करने वैज्ञानिकों की एक विशेष टीम जोधपुर से सांचैर पहुंच गई है। पुलिस ने बताया कि सवेरे लगभग सात बजे गायत्री कॉलेज के पास आसमान से तेज आवाज के साथ एक चमकदार पत्थर गिरने की सूचना मिली। मौके पर जाकर देखने पर काले रंग का धातु जैसा एक टुकड़ा जमीन में लगभग 4-5 फीट गहरा धंसा हुआ दिखाई दिया और तब तक यह काफी गर्म था।
प्रत्यक्षदर्शी ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने आसमान से तेज चमक के साथ एक टुकड़े को नीचे गिरते देखा और जमीन पर गिरते ही धमाका हुआ। इस उल्कापिंड के ठंडा होने पर पुलिस ने उसे कांच के एक जार में रखवा दिया है। पुलिस का कहना है कि इसे विशेषज्ञों को दिखाया जाएगा।
थानाधिकारी अरविंद कुमार ने बताया कि गायत्री महाविद्यालय के पास संदिग्ध वस्तु गिरी। उन्होंने बताया कि घटना सुबह करीब छह बजे की है। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे पुलिस दल ने धातुनुमा वस्तु के छूआ तो वह बहुत गरम पाई गई जिसके ठंडे होने पर थाने में लाया गया है। इस संबंध में उच्चाधिकारियों को सूचित कर दिया गया है।
जयपुर में दिन में दिखा शुक्र ग्रह
जयपुर,17 जून (भाषा) जयपुर में बुधवार को शुक्र ग्रह को दिन के समय देखा गया। एक विशेषज्ञ के अनुसार यह एक अद्भुत दृश्य था और साफ मौसम होने के कारण शुक्र ग्रह स्पष्ट दिखाई दिया। बिड़ला तारा मंडल के सहायक निदेशक संदीप भट्टाचार्य ने बताया कि 21 जून को सूर्य ग्रहण देखने के लिये वैज्ञानिक यंत्रों की जांच के दौरान उन्होंने दिन में लगभग दो बजे सूर्य के पास शुक्र ग्रह को देखा। उन्होंने कहा, “मैं ऐसे समय में शुक्र ग्रह को देखकर उत्साहित था। यह अद्भुत और प्यारा नजारा था।
नक्षत्रों और आकाशीय पिंडों के बारे में अध्ययन की लंबी अवधि में यह पहला अवसर था जब मैंने दिन में शुक्र ग्रह को देखा।” उन्होंने बताया कि आमतौर पर यह ग्रह हिमालय क्षेत्रों में दिन के समय में देखा जा सकता है और वो भी जब मौसम साफ हो। सूर्य से दूसरा ग्रह शुक्र है जो तेज चमकता है जिसे सुबह का तारा और शाम का तारा के नाम से जाना जाता है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में भी अगर मौसम साफ रहा तो शुक्र ग्रह को दिन में देखा जा सकता है।