चुनाव आयोग ने ली अधिकारियों की 'क्लास', पोलिंग बूथ को लेकर दिए ये कड़े निर्देश
By रामदीप मिश्रा | Published: April 4, 2019 07:50 AM2019-04-04T07:50:44+5:302019-04-04T07:50:44+5:30
चुनाव आयोग ने कहा कि मतदान के लिए इपिक कार्ड (मतदाता फोटो युक्त पहचान पत्र) या 11 अन्य वैकल्पिक दस्तावेजों में से किसी एक को दिखाने पर ही मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। उन्होंने निर्देश दिए कि इन 11 वैकल्पिक दस्तावेजों का ज्यादा से ज्यादा प्रचार किया जाए ताकि मतदान दिवस पर मतदाताओं को कोई परेशानी नहीं हो।
राजस्थान के मुख्य निर्वाचन अधिकारी आनंद कुमार ने कहा कि मतदान केंद्रों पर आधारभूत सुविधाएं यथा-शुद्ध पेयजल, छाया, दिव्यांगजनों के लिए रैम्प, व्हीलचेयर की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए जिससे सभी मतदाताओं को मताधिकार का प्रयोग करते समय किसी भी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। उन्होंने चुनाव प्रक्रिया के दौरान आदर्श आचार संहिता की कड़ी पालना करवाने के भी निर्देश दिए।
कुमार बुधवार को शासन सचिवालय के कॉन्फ्रेंस हॉल में जयपुर संभाग के प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के साथ लोकसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इस दौरान जयपुर, सीकर, झुंझुनूं, दौसा और अलवर जिलों के जिला निर्वाचन अधिकारियों एवं पुलिस आयुक्त, जिला पुलिस अधीक्षकगण ने लोकसभा निर्वाचन से जुड़ी तैयारियां और कानून एवं व्यवस्था के संबंध में अब तक की प्रगति को प्रस्तुतिकरण के माध्यम से दर्शाया।
सभी अधिकारियों ने आश्वस्त किया कि चुनाव की तैयारियां लगभग पूर्ण कर ली गई हैं। स्वतंत्र-निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण मतदान सम्पन्न करवाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी जाएगी। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि इस बार मतदान के दौरान केवल मतदाता पर्ची पहचान का आधार नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि मतदान के लिए इपिक कार्ड (मतदाता फोटो युक्त पहचान पत्र) या 11 अन्य वैकल्पिक दस्तावेजों में से किसी एक को दिखाने पर ही मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। उन्होंने निर्देश दिए कि इन 11 वैकल्पिक दस्तावेजों का ज्यादा से ज्यादा प्रचार किया जाए ताकि मतदान दिवस पर मतदाताओं को कोई परेशानी नहीं हो।
उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों को मतदान केंद्र तक लाने-ले जाने के लिए सुव्यवस्थित इंतजामात करें ताकि उन्हें किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हो। दिव्यांगजनों एवं वृद्ध मतदाताओं को वोट डालते समय स्काउट गाइड के कैडेट्स सहयोग करें। उन्होंने कहा कि सभी मतदाता बिना भय के मतदान कर सकें इसके लिए माकूल प्रबंध सुनिश्चित करते हुए ऐसा वातावरण बनाए जिससे उन्हें विश्वास हो सके कि प्रशासन और पुलिस उनके सहयोग के लिए तत्पर है। उन्होंने कहा कि ऎसे क्षेत्रों को चिन्हित किया जाए जहां मतदाता को किसी दबाव या भय की आशंका हो।
इन दौरान उन्होंने 10 लाख से ज्यादा जब्ती पर तुरंत आयकर विभाग को सूचना देने, सभी जिलों में वोटर हैल्प लाइन नंबर 1950 का ज्यादा से ज्यादा प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए। चुनाव में मतदान कार्मिकों एवं चुनाव से जुड़े अधिकारियों के प्रशिक्षण, निर्वाचन सामग्री, समाजकंटकों के खिलाफ कार्रवाई, जब्ती, नाकाबंदी, लाइसेंसशुदा हथियारों को जमा करने की स्थिति, आईटी एप्लीकेशंस, आदर्श आचार संहिता की पालना, चुनाव व्यय, नामांकन के दौरान व्यवस्था, मतदान दिवस के लिए इंतजामात जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा कर अब तक प्रगति की जानकारी ली।
पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) मोहन लाल लाठर ने कहा कि पुलिस द्वारा अपने लोकसभा क्षेत्र में ऐसा माहौल बनाया जाए जिससे आमजन खुद को सुरक्षित महसूस करते हुए लोकतंत्र के महोत्सव में हिस्सा लें। इंटर स्टेट नाकों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं और अवैध शराब एवं डोडापोस्त की रोकथाम के पुख्ता प्रबंध सुनिश्चित किए जाएं। यदि शराब की दुकानों से बिक्री में अचानक वृद्धि हुई है तो उसकी जांच करें तथा प्रतिदिन यह रिपोर्ट भेजें कि उसका प्रयोग कहां हो रहा है। उन्होंने सभी पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि संवेदनशील क्षेत्रों का भ्रमण प्रशासनिक अधिकारियों के साथ करें।